तेल अवीव: फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायल ने हमास को जड़ से उखाड़ फेंकने की कसम खा ली है. गाजा में इजरायल ने हमास के खिलाफ सैन्य आक्रमण तेज कर रखा है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि जब सैन्य आक्रमण समाप्त हो जाएगा तो गाजा पर शासन कौन करेगा? पांच सप्ताह की लड़ाई के बाद भी इसका जवाब असमंजस में डूबा हुआ है.
न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार हमास ने साल 2007 से लगभग 2.4 मिलियन लोगों के तटीय क्षेत्र पर शासन किया है, जिसके बाद इजरायल ने गाजा को अंदर और बाहर लोगों और सामानों की आवाजाही को नियंत्रित करने वाली सख्त नाकाबंदी के तहत रखा था. उस साल फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) के साथ सड़क पर लड़ाई के बाद हमास ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पिछले महीने के अंत में कहा था कि पीए को हमास से गाजा पट्टी का नियंत्रण वापस लेना चाहिए, जिसमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संभावित रूप से अंतरिम भूमिका निभा सकते हैं. फिलीस्तीनी प्राधिकरण का वर्तमान में इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में आंशिक प्रशासनिक नियंत्रण है.
लेकिन इस महीने की शुरुआत में ब्लिंकन के साथ एक बैठक में, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि पीए गाजा में सत्ता तभी संभाल सकता है जब वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी में दशकों पुराने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के लिए ‘व्यापक राजनीतिक समाधान’ मिल जाए.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जो लंबे समय से पीए को किनारे करने की मांग कर रहे हैं, ने बुधवार को फॉक्स न्यूज को बताया कि उनका देश गाजा पर फिर से कब्जा करने की योजना नहीं बना रहा है. बता दें कि इजरायल ने 1967 में गाजा पर कब्जा कर लिया था और 2005 में वापसी पूरी होने तक वहीं रहा और स्थानीय प्राधिकार पीए के पास छोड़ दिया.
नेतन्याहू ने कहा, ‘हम गाजा पर शासन नहीं करना चाहते. हम इस पर कब्जा नहीं करना चाहते, बल्कि हम इसे और हमें एक बेहतर भविष्य देना चाहते हैं.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘हमें एक सरकार ढूंढनी होगी, एक नागरिक सरकार जो वहां होगी.’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसका गठन कौन कर सकता है.
वहीं इस सप्ताह की शुरुआत में, लेबनान स्थित हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने कहा कि समूह गाजा पट्टी में कठपुतली सरकार को स्वीकार नहीं करेगा और क्षेत्र में दबदबा बनाए रखेगा. हमदान ने आगे कहा कि ‘हमारे लोग संयुक्त राज्य अमेरिका को एक ऐसा प्रशासन बनाने की अपनी योजनाओं को लागू करने की अनुमति नहीं देंगे जो उसके अनुकूल हो और जो कब्जे (इजरायल) के अनुकूल हो.’ मालूम हो कि अमेरिका, ब्रिटेन, इजरायल और अन्य ने हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया है.