पहाड़ों पर होगा ‘व्हाइट न्यू ईयर’!

नई दिल्लीः नए साल का जश्न उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में मनाने जा रहे हैं तो संभव है आपको ‘व्हाइट न्यू ईयर’ देखने को मिल जाए। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, पहाड़ों पर गिरी बर्फ के बाद तेज हवाओं के चलने से मैदानी इलाकों में न सिर्फ तापमान कम होगा, बल्कि गलन भी बढ़ सकती है।

अनुमान यही है कि अगले कुछ दिनों तक रातों का पारा उत्तर भारत के इलाके में औसतन 7 से 10 डिग्री के बीच रहने वाला है। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक 10 जनवरी तक कोहरे के लगातार बने रहने के आसार नजर आ रहे हैं। इसके अलावा अगले दो दिनों में बंगाल की खाड़ी से उठने वाली कम दबाव की हवाओं के चलते उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश का भी अनुमान लगाया जा रहा है।

मौसम विभाग के मुताबिक, 30 दिसंबर को उत्तर पश्चिमी हिमालयन रीजन में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमालयन रीजन के जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में मौसम के बदलने के आसार नजर आ रहे हैं।

मध्य हिमालय क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावनाएं बढ़ गई है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि 30 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि ऊंचाई वाले इलाकों में तो लगातार बर्फ पड़ ही रही है। अगले दो दिनों में बदले मौसम के चलते निचले हिस्से के पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी का अनुमान है। चूंकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर पश्चिमी हिमालयन रीजन में मौसम बदलने वाला है। इसलिए यहां के इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम बारे में भी तेजी से गिरावट होगी।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों खासकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे इलाकों में न्यूनतम और अधिकतम पारे में कोई खास गिरावट नहीं दर्ज होने वाली है।

मौसम विभाग में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में 7 से 10 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान बना हुआ है। जबकि अधिकतम पारा 18 डिग्री से लेकर 23 डिग्री सेल्सियस तक अलग-अलग जगहों पर बना हुआ है।

मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अगर पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी ज्यादा होती है और हवाएं तेज चलती है तो इस पारे में गिरावट दर्ज हो सकती है। अगर ऐसा नहीं होता है तो अगले कुछ दिनों तक मैदानी इलाकों में इतना ही तापमान बना रह सकता है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि अभी भी न्यूनतम तापमान सामान्य की तुलना में औसतन 2 से 3 डिग्री ज्यादा ही बना हुआ है।

वहीं मौसम विभाग का अनुमान है कि जिस तरीके से बीते कुछ दिनों में बहुत ज्यादा कोहरा पड़ रहा है वह अभी कुछ इलाकों में ऐसा ही रहेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान समेत अन्य मैदानी राज्यों में कोहरे के कम होने के कोई भी आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक राजीव चौधरी कहते हैं कि जिस तरीके के हालात हैं उससे 10 जनवरी तक कोहरे में फिलहाल कोई कमी होती नजर नहीं आ रही है। वह कहते हैं कि जीरो विजिबिलिटी वाला कोहरा जरूर कुछ हिस्सों में कम हो सकता है।

लेकिन घने कोहरे के कम होने की संभावनाएं बिल्कुल नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ समेत उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में कोहरे के चलते विजिबिलिटी 25 मीटर से भी कम की दर्ज की गई है।

उत्तर पश्चिमी हिमालय रीजन में पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत के राज्यों में मौसम के बदलने के आसार बने हैं। वहीं अगले दो दिनों में बंगाल की खाड़ी से उठने वाली कम दबाव की हवाओं के चलते उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश का भी अनुमान लगाया जा रहा है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक इन राज्यों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। बारिश के चलते इन इलाकों में तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि पहाड़ी मैदाने में भी कुछ इलाकों में बर्फबारी के साथ बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है।

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