हरिद्वार :मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व अपने राजनैतिक स्वार्थों के चलते समाज को क्षेत्रवाद और जातिवाद के नाम पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हम उत्तराखंड की एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता पर किसी भी प्रकार की कोई आंच नहीं आने देंगे।
मुख्यमंत्री हरिद्वार में संविधान निर्माता डॉ.भीम राव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान डॉ.बीआर आंबेडकर महामंच ने उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
सीएम ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि उस विचारधारा का है, जिसने वर्षों से भारतीय समाज में न्याय और समानता की आवाज बुलंद की है।उन्होंने बाबा साहेब को एक युगदृष्टा बताया। कहा कि डॉ.अंबेडकर इस बात में विश्वास रखते थे कि जब तक देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्राप्त नहीं होते, तब तक समाज में सच्ची समानता संभव नहीं है।
यही सोच थी, जिसने उन्हें समान नागरिक संहिता जैसी क्रांतिकारी अवधारणा को संविधान में स्थान देने के लिए प्रेरित किया। सीएम ने कहा कि वर्षों तक बाबा साहेब की उपेक्षा की गई। उनके विचारों को हाशिए पर रखा गया। जबकि आज का भारत उनके सपनों को अपनाने की ओर अग्रसर है।
पीएम मोदी के मार्गदर्शन और हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति ने मिलकर यह ऐतिहासिक निर्णय संभव किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के प्रति भी पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है। प्रदेश के साथ खिलवाड़ करने वाली घृणित मानसिकता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के हिसार में कहा कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार आने के बाद समान नागरिक संहिता डंके की चोट पर लागू हुई। संविधान की भावना है कि सबके लिए एक जैसी नागरिक संहिता हो, जिसे मैं कहता हूं सेकुलर सिविल कोड। लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी लागू नहीं किया। देश का दुर्भाग्य देखिए संविधान को जेब में लेकर बैठे हुए लोग कांग्रेस के लोग उसका भी विरोध कर रहे हैं।