रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के दक्षिणी जखोली रेंज अंतर्गत रेस्टोरेशन ऑफ डिग्रीडेड फारेस्ट के तहत दरमोला ग्राम सभा में वन उपज से आजीविका संवर्धन से संबंधित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में ग्रामीणों को मौनपालन (मधुमक्खी पालन) का प्रशिक्षण दिया गया।
उप प्रभागीय वनाधिकारी जखोली डॉ. दिवाकर पंत ने अवगत कराया की उक्त कार्यशाला में ग्रामीणों को एपीस सेरेना मधुमक्खी के पालन से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया गया, जो कि उत्तराखंड के वातावरण के अनुकुल है। साथ ही इसकी बाजार में इसके शहद की बहुत मांग भी है।
ग्रामीणों द्वारा बताया गया की उक्त प्रशिक्षण से उनको आजीविका संवर्धन में मदद के साथ-साथ वन्य जीवों और जंगलों के संरक्षण की जानकारी भी दी गई। उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला ग्रीन हट ग्लोबल पहाड़ी संस्था के तकनीकी सहयोग से प्रदान की गयी।
वन क्षेत्राधिकारी दक्षिणी जखोली हरीश थपलियाल ने बताया पूर्व में जवाड़ी ग्राम सभा के ग्रामीणों को पिरूल आदि वन उपजों से आजीविका संवर्धन का प्रशिक्षण दिया गया था। इसी तरह दरमोला ग्राम सभा में भी तीन दिवसीय मौन पालन सम्बंधित कार्यशाला आयोजित की गई है। प्रशिक्षण देने के साथ वन विभाग ग्रामीणों को शहद के लिए बाजार भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
आयोजित कार्यशाला में कोमल पंवार, अमरादेवी, मीरान सिह कप्रवान, दिनेश सिंह पंवार, प्रमोद सिह कप्रवान, बुद्धि सिंह आदि ग्रामीण काश्तकार उपस्थित रहे।