देहरादून. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश होने से न सिर्फ पहाड़ी इलाकों बल्कि मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ने लगी है. दिन के वक्त सूरज की चटक धूप से गर्मी के तल्ख़ तेवर बरकरार हैं, लेकिन सुबह -शाम के वक्त फिजायें ठंडी होने लगी हैं.
बारिश के न होने से वातावरण शुष्क हो रहा है जिससे सांस संबंधित बीमारी से जूझ रहे लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक 13 नवंबर यानी बुधवार को उत्तराखंड के सभी जिलों का मौसम शुष्क रहेगा और आसमान साफ रहेगा.
राजधानी देहरादून का मौसम और आसमान साफ रहने का अनुमान है. सुबह के समय राजधानी में धुंध हो सकती है. देहरादून का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की ओर से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को राजधानी देहरादून का अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंतनगर का अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं नई टिहरी का अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मंगलवार को देहरादून का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (Dehradun AQI) 250 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है.
उत्तराखंड में एक ओर जहां मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में तापमान के गिरने से ठंड बढ़ती जा रही है. विधि- विधान के साथ 3 नवंबर को धाम के कपाट बंद किये गए थे. कपाट बंद होने के बाद वहां पर निर्माण कार्य में तेजी होने लगी है।
अगली यात्रा के सीजन तक केदारनाथ धाम क्षेत्र में ब्रिज, हॉस्पिटल, भवन सहित और भवन के काम इस साल पूरे होने की उम्मीद है. वहीं केदारनाथ गौरीकुंड पैदल मार्ग को भी दुरुस्त किया जा रहा है. पैदल मार्ग बनाने के लिए 700 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे हैं.