उत्तराखंडः पर्यटकों से गुलजार

चकराता।  क्रिसमस व नए साल का जश्न मनाने पर्यटकों के उमड़ने पर चकराता बाजार में रौनक बढ़ गई। साथ ही क्षेत्र के होटल व होमस्टे भी पैक रहे। पर्यटकों ने क्रिसमस की छुट्टी मनाने के लिए पूर्व में ही होटल, रिसार्ट व होमस्टे बुक कर लिए थे।

शनिवार से ही पर्यटक चकराता पहुंचने शुरू हो गए थे। रविवार को पर्यटकों की संख्या में और इजाफा होने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों के चेहरे खिल उठे। शाम तक चकराता व आसपास के अधिकांश होटलों में कमरे फुल हो गए। पर्यटकों ने शाम को छावनी बाजार में खरीददारी की। सुबह से पर्यटकों के कारण टाइगर फॉल, मोयला टॉप, लोखंडी, कनासर आदि पर्यटक स्थलों पर भीड़ रही।

पर्यटकों ने बाजार में यहां के लोकल उत्पाद राजमा, अखरोट, बुरांस जूस, गहत, लोबिया आदि की खरीदारी की। रेस्टोरेंट में भी पर्यटकों की भीड़ देखी गई। क्रिसमस व नए साल का जश्न मनाने आए पर्यटकों ने यहां के खूबसूरत नजारों का आनंद लिया। दरअसल चकराता का व्यवसाय केवल अब पर्यटन पर ही निर्भर रह गया है।

पर्यटक मयंक गुप्ता, विनीत अग्रवाल, शशांक त्यागी, जैस्मिन दुसेजा, हिमानी, रेखा अग्रवाल, मोनिका आदि का कहना है कि चकराता की खूबसूरती देखकर हमारी खुशी का ठिकाना नहीं है, परंतु चकराता में पर्याप्त पार्किंग, अच्छे रेस्टोरेंट की सुविधा का अभाव है।

चकराता में क्रिसमस व नए साल मनाने के लिए अधिकतर पर्यटक हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश से आ रहे हैं। जिन्हें बेसब्री से हिमपात का इंतजार भी है। पर्यटकों का यह भी मानना है कि जिस तरह से ठंड पड़ रही है, जल्द ही उन्हें बर्फबारी देखने को मिल जाएगी।व्यापारी अमित अरोड़ा, दिनेश चांदना, अशोक गोयल, प्रताप चौहान, प्रेम वर्मा, शूरवीर सिंह, देवेंद्र आदि का कहना है कि नए वर्ष के जश्न व क्रिसमस के लिए पर्यटक आने से व्यापारियों को कुछ राहत मिली है।

रिसॉर्ट्स से जुड़े हुए व्यवसाई राजेंद्र चौहान, अनूप तोमर, ऋषभ तोमर, विक्रम पंवार, जयवीर चौहान, दिनेश चौहान, रघुवीर चौहान आदि बताते हैं कि पर्यटकों के लिए नए वर्ष में विशेष व्यंजन के साथ-साथ बोन फायर, डीजे व जौनसारी लोकगीत के साथ-साथ ट्रैकिंग आदि की व्यवस्था भी की गई है।

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