महाकुंभ का अनोखा रिकॉर्ड!

प्रयागराज:यूपी के प्रयागराज महाकुंभ में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुों ने संगम में डुबकी लगाई. ऐसे में श्रद्धालुओं के साथ ही मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग पर तो 66 लाख वाहन गुजरे हैं. वहीं, 50 करोड़ से अधिक टोल वसूले गए हैं. बता दें कि पहली बार इतने वाहन राजमार्ग से गुजरे हैं.

यूपी के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले के बीच मिर्जापुर जिले में वाहनों के आवागमन में भारी वृद्धि हुई है. मिर्जापुर-प्रयागराज राजमार्ग पर सबसे ज्यादा वाहनों का आवागमन हुआ है. इनमें सबसे ज्यादा चार पहिया और बस हैं. जहां वाहनों की संख्या बढ़ने से ट्रैफिक की समस्या झेलनी पड़ी.प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए प्रमुख मार्गों में एक प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग है. महाकुंभ में स्नान के बाद भारी संख्या में भक्त इसी हाइवे का प्रयोग करके मां विंध्यवासिनी धाम में पहुंचे, जहां दर्शन के बाद अपने गंतव्य को रवाना हुए.

मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग से बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र आदि राज्यों के लोग महाकुंभ पहुंचे हैं. पांच से अधिक राज्यों के वाहनों का दबाव बढ़ने पर प्रमुख पर्वों पर जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो गई थी.प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग पर विंध्याचल में स्थित टोल प्लाजा के मुताबिक अब तक महाकुंभ के बीच करीब 66 लाख गाडियां गुजर चुकी है, जहां करीब 50 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई है. सबसे ज्यादा 4 पहिया वाहन टोल से गुजरे हैं.

डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि प्रतिदिन करीब तीन लाख वाहन मार्गों से गुजरे हैं. इनमें, चार पहिया वाहनों की संख्या अधिक है. करीब 66 लाख वाहन टोल प्लाजा से गुजरे हैं. जो वापस आकर अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना हुए.बता दें कि ज्यादातर भक्तों ने मां विंध्यवासिनी धाम में दर्शन किए हैं. दर्शन के बाद घर गए हैं. इनमें बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के भक्तों की संख्या अधिक है. बेहतर सड़क और कनेक्टिविटी की वजह से राजमार्ग पर कोई बड़ा हादसा भी नहीं हुआ है.

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