कीव: यूक्रेन की सेना ने अमेरिका से मिली आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) का इस्तेमाल करके रूस की अत्याधुनिक S-500 वायु रक्षा प्रणाली को निशाना बनाया है। न्यूजवीक की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के पत्रकार एंड्री जाप्लिएंको ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि रूसी S-500 वायु रक्षा प्रणाली को ATACMS क्लस्टर मिसाइलों ने नष्ट कर दिया है।
नइस एक मिसाइल की लागत 600 मिलियन डॉलर (करीब 5000 करोड़ रुपये) है। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि इस सिस्टम को कथित तौर पर कहां नष्ट किया गया। यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल किरिलो बुडानोव ने 12 जून को बताया था कि रूस ने क्रीमिया में एस-500 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम के घटक रखे हैं।
इस महीने की शुरुआत में एक विशेषज्ञ ने कहा था कि रूस के पास चार एस-500 हो सकते हैं। एस-500 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। पूर्व रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने अप्रैल में कहा था कि एएसएस के पहले नमूने इस साल सैनिकों को दिए जाएंगे। न्यूजवीक ने लंदन स्थित रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट थिंक टैंक के रिसर्च फेलो सिद्धार्थ कौशल के हवाले से बताया है कि रूस के पास फिलहाल एक एक्टिव एस-500 रेजिमेंट है।
हाल के हफ्तों में यूक्रेनी सेना ने रूस की वायु रक्षा प्रणालियों पर हमले बढ़ा दिए हैं। अमेरिका स्थित स्वतंत्र थिंक टैंक इंस्टीट्यूड फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (ISW) ने 13 जून यूक्रेन में संघर्ष का विश्लेषण करते हुए कहा कि कीव सिस्टम को कमजोर करने के उद्येश्य से प्रयास कर रहा है।
ISW ने कहा कि यूक्रेन की सेना F-16 फाइटर एयरक्राफ्ट मिलने से पहले रूसी वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय रूप से कमजोर करने की कोशिश कर सकती हैं, ताकि भविष्य में फ्रंट लाइन क्षेत्रों के करीब हवाई हमले के लिए परिस्थितियां तैयार की जा सकें।
थिंक टैंक ने कहा कि यदि यूक्रेनी सेना को पर्याप्त संख्या में लड़ाकू विमान मिलते हैं और पश्चिमी देश पायलटों को पर्याप्त प्रशिक्षण देते हैं, तो यूक्रेनी सेना जमीन पर ऑपरेशन को मदद करने के लिए एयरफोर्स का इस्तेमाल कर सकती है। यूक्रेन की इस योजना के लिए रूसी वायु रक्षा प्रणाली को कमजोर करना जरूरी है।