लोनी: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी एरिया में दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे की साइट पर खूनी संघर्ष हुआ। ट्रॅानिका सिटी क्षेत्र में निर्माणाधीन साइट पर ट्रैक्टर को तेज चलाने और बैठाने को लेकर हुए विवाद में कर्मचारियों के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस खूनी संघर्ष में एक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जबकि कई घायल हो गए। इस संघर्ष में दोनों ही तरफ से मौके पर मौजूद लोहे के सरियों और रॉड का इस्तेमाल हुआ।
इस संघर्ष में मारे गए कर्मचारी के भाई की ओर से दूसरे गुट के 10 नामजद समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एसीपी लोनी सूर्य बली मौर्य ने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। घायल कर्मचारियों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र में बुधवार को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे पर शाम को काम खत्म होने पर कर्मचारी लौट रहे थे। इसी दौरान साइट पर काम करने वाले दो गुटों (एक खुद को बंगाल और दूसरा सहारनपुर का बताता है) के कर्मचारियों के बीच ट्रैक्टर पर बैठाने को लेकर विवाद हो गया।
साइट पर काम करने वाले सहारनपुर के मिजीपुर थाना शाहपुर गाड्डा रहमान ने बताया कि उसका भाई नदीम (27) ट्रैक्टर लेकर पंचलोक गांव प्लांट स्थित टीन शेड पर जा रहा था। इस दौरान साइट पर काम करने वाले खुद को बंगाल ग्रुप का बताने वाले तपन राय और तपु बर्मन ने नदीम को गाली गलौज करते हुए ट्रैक्टर में बैठने को कहा, तो नदीम ने इसका विरोध किया।
इसी बात को लेकर तीनों में झगड़ा हो गया। बाद में ट्रैक्टर को एक दूसरे से आगे निकालने को लेकर भी विवाद हुआ। हालांकि बाद में वहां मौजूद लोगों ने उन्हें समझाबुझा कर शांत करा दिया था। रहमान ने बताया कि वह तथा उसका भाई नदीम और गांव के अन्य कई लोग एचपीसी कंपनी में काम करते हैं।
यह कंपनी अक्षरधाम से देहरादून तक के एक्सप्रेसवे के निर्माण में सहायक कंपनी के तौर पर काम कर रही है। कंपनी में अधिकतर स्टाफ पश्चिम बंगाल से है। कुछ कर्मचारी दूसरे राज्यों से भी हैं। ये लोग पंचलोक गांव के पास टीन शेड नुमा प्लांट में रहते हैं।
रहमान की मानें तो प्लांट पर पहुंचने पर तपन राय अैर तपु बर्मन ने अपने साथियों को झगड़े के बारे में बताया। आरोप है कि इसके बाद बंगाल ग्रुप की ओर से उन पर हमला करने की योजना बनाई गई। बुधवार देर रात को बंगाल ग्रुप की ओर से उनके ऊपर लाठी डंडे सरिए समेत साइट पर पड़े हुए लोहे के सक्रैप से हमला कर दिया।
इस हमले में वह, उनका भाई नदीम, फरीद, कुर्बान, आशिक, अमजद, शाहरुख समेत कई अन्य मजदूर घायल हो गए। शोर शराबा सुनकर आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोग भी मौके पर पहुंच गए।
दोनों ही पक्षों की ओर से इसके बाद एक दूसरे पर हमले किए गए। इसमें नदीम पर सरियों से जमकर प्रहार किए गए। जिससे उसके सिर समेत शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दोनों ही गुटों के लोग एक दूसरे को रॉड से मार रहे थे।
मौके पर अफरा तफरी का माहौल मचा हुआ था। इसके बाद कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में पहुंचाया और कई लोगों को हिरासत में लिया। गंभीर रूप से घायल नदीम की जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
पंचलोक में रहने वाले लोगों ने बताया कि एक्सप्रेसवे निर्माण की साइट के प्लांट पर पश्चिमी बंगाल और सहारनपुर के कर्मचारी रहते हैं। सभी एक ही कंपनी में काम कर रहे थे। बावजूद दोनों ही गुटों में अक्सर झगड़े होते रहते हैं। यह विवाद भी वर्चस्व को लेकर हुआ।