हजारों श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां नंदा सुनंदा को विदा किया

नैनीताल। नंदा सुनंदा के जयकारे के बीच शोभायात्रा के बाद नैनीझील में मां के डोले के विसर्जन के साथ नंदा देवी महोत्सव 2023 का समापन हो गया। हजारों श्रद्धालुओं ने नम आंखों के साथ मां को विदाई दी। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर पूजा अर्चना और भंडारा भी हुआ।

121वें नंदा देवी महोत्सव के तहत बुधवार को देवी पूजन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पूजन पंडित भगवती प्रसाद जोशी ने कराया। दोपहर 12 बजे देवीभोग के बाद मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। नयना मंदिर की परिक्रमा के बाद नंदा सुनंदा का डोला चाट पार्क, मस्जिद तिराहा, शारदा संघ, मल्लीताल रिक्शा स्टैंड, नया बाजार से होते हुए मालरोड से मल्लीताल बाजार पहुंचा।

इसके बाद राम सेवक सभा भवन और बाजार होते हुए ठंडी सड़क पहुंचकी माता नंदा सुनंदा को नैनीझील में समर्पित कर दिया गया। शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। श्रद्धालुओं ने अश्रुपूरित नेत्रों के साथ मां को मायके (घर) से अपने ससुराल (कैलाश) के लिए विदा किया और अगले वर्ष जल्दी आने की प्रार्थना भी की। ताल चैनल ने महोत्सव का लाइव प्रसारण किया।

नगर में मां नंदा-सुनंदा के जयकारों के साथ माता के डोले को नगर में भ्रमण कराने के बाद शिप्रा नदी में विसर्जित कर दिया गया। इससे पहले नगर में गांजे बाजे के साथ मां की शोभायात्रा में निकाली गई। इस दौरान भक्त ढोल-नगाड़ों और डीजे में नाचते-गाते जय मां नंदा-सुनन्दा के जयकारे लगाते रहे। इस दौरान इंद्र कपिल, दीपेश कपिल, कंचन सुयाल, सुजान सिंह रजवार, कंचन बेलवाल, मनीष साह, नीरज अधिकारी,पंकज अद्विति, शिवांशु जोशी आदि मौजूद रहे।

नगर के 121वें नंदा देवी महोत्सव में बीते दस वर्षों में दुकानों के किराये में 50 फीसदी इजाफा हुआ है तो कारोबार 50 फीसदी गिर गया है। दुकानदार अधिक किराये और कारोबार कम होने से परेशान हैं। भीमताल के कारोबारी देवेंद्र का कहना है कि 40 हजार में दो दुकाने लीं। पहले दिन की बारिश में सामान भीगकर खराब हो गया। अब किराया देने के लिए घर से रुपये मंगाए हैं। आकाश चंद्रा बताते हैं कि दुकान में रखे सामान और बर्तन बेचकर किराया चुकाऊंगा।

रामपुर के अब्दुल कय्यूम बताते हैं कि कारोबार 50 फीसदी से भी कम हो गया है। हरिद्वार के सुनील कुमार कहते हैं कि महंगी दुकानों के चलते सामान महंगा बेचना पड़ रहा है। यहां आकर नुकसान ही हुआ है।ईओ पालिका आलोक उनियाल कहते हैं कि किराये से मिलने वाली धनराशि से पालिका नगर की सजावट करती है। आयोजक राम सेवक सभा को भी धनराशि देती है।

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