इजरायल की फर्जी कंपनी ने बनाया था पेजर

तेल अवीव: लेबनान में मंगलवार दोपहर को उस समय अफरातफरी मच गई, जब लोगों के घरों और जेबों में रखे पेजर फटने लगे। पूरे लेबनान की सड़कों, दुकानों और घरों में विस्फोटों ने हजारों लोगों को प्रभावित किया। इन धमाकों में कम से कम 12 लोग मारे गए और 2800 से अधिक घायल हुए हैं।

इसके अगले दिन लेबनान में वॉकी-टॉकी में भी रहस्यमय तरीके से विस्फोट होने से 20 और लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। इस घटनाक्रम ने लेबनान को हैरान कर दिया है। लेबनान सरकार ने धमाकों के लिए इजरायल को दोषी कहा है। हालांकि इजरायल ने विस्फोटों में किसी भी भूमिका की न तो पुष्टि की है और न ही इनकार किया है।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान और पूर्व रक्षा और खुफिया अधिकारियों का कहना है कि इन धमाकों के पीछे इजरायल है। इस ऑपरेशन को काफी लंबे समय से चलाया जा रहा था। दरअसल हिजबुल्लाह के लोग फोन के ट्रैक होने के खतरे को देखते हुए पेजर्स का इस्तेमाल कर रहे थे। हिजबुल्लाह काफी समय से पेजर के इस्तेमाल पर जोर दे रहा था और इसी में इजरायली खुफिया अधिकारियों ने मौका देख लिया।

हिजबुल्लाह ने जब पेजर के इस्तेमाल का फैसला लिया तो इजरायल ने एक शेल कंपनी स्थापित करने की योजना बनाई। ये कंपनी एक अंतरराष्ट्रीय पेजर निर्माता के रूप में सामने आई। बी.ए.सी. कंसल्टिंग हंगरी स्थित एक कंपनी थी, जो ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो की ओर से पेजर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट लेती थी।

ऑपरेशन के बारे में जानकारी देने वाले तीन खुफिया अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि यह इजरायली ऑपरेशन का हिस्सा था। पेजर बनाने वाले लोगों की वास्तविक पहचान को छिपाने के लिए कम से कम दो अन्य फर्जी कंपनियां भी बनाई गईं।

बी.ए.सी. में सामान्य ग्राहकों को शामिल किया, जिसके लिए इसने सामान्य पेजर की एक श्रृंखला तैयार की। हालांकि इसके टारगेट पर जो ग्राहक था, वह हिजबुल्लाह था। तीन खुफिया अधिकारियों के अनुसार अलग-अलग निर्मित इन पोजर्स में विस्फोटक पीईटीएन से लैस बैटरियां थीं। ये पेजर्स 2022 की गर्मियों में लेबनान पहुंचने लगे थे लेकिन इनकी संख्या हालिया महीनों में बढ़ी।

तीन खुफिया अधिकारियों के अनुसार, इजरायल ने पेजर को विस्फोटक बनाने की तकनीक विकसित करने में भारी भरकम निवेश किया था। हिजबुल्लाह और उसके सहयोगियों के बीच मोबाइल फोन के असुरक्षित होने के विश्वास ने इजरायल का काम आसान किया।

नसरल्लाह ने जब हिजबुल्लाह कार्यकर्ताओं की बैठकों में फोन प्रतिबंध लगा दिया तो पेजर का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा। अमेरिकी खुफिया अधिकारियों के अनुसार, इस साल लेबनान में पेजर्स की खेप में तेजी आई और बड़ी संख्या हिजबुल्लाह लड़ाकों तक पेजर्स पहुंच गए।

हिजबुल्लाह ने पेजर को सुरक्षित मानकर इस्तेमाल में लेने का फैसला लिया लेकिन इजरायल में खुफिया अधिकारियों ने पेजर्स को ‘बटन’ की तरह देखा, जिसे समय आने पर दबाकर तबाही मचाई जा सकती थी। इजरायल के लिए इस मंगलवार को वह समय आ गया, जब उसने पेजर्स के जरिए लेबनान में धमाकों को अंजाम दिया।

तीन खुफिया और रक्षा अधिकारियों के अनुसार, विस्फोटों को अंजाम देने के लिए इजरायल ने पेजर्स को बीप पर चालू कर दिया और उन्हें अरबी में एक संदेश भेजा जो ऐसा प्रतीत हुआ जैसे कि यह हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेतृत्व से आया है। इसके कुछ सेकंड बाद ही लेबनान में हजारों लोग घायल हालत में सड़कों पर थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *