32 साल की वो लड़की, जिससे डरती है पाक‍िस्‍तान सरकार

पाक‍िस्‍तान:बलूच‍िस्‍तान पाक‍िस्‍तान के ल‍िए सबसे बड़ा सिरदर्द है. यहां बलूच विद्रोह‍ी पाक‍िस्‍तानी सेना के ल‍िए मुसीबत का सबब बने हुए हैं. पाक‍िस्‍तानी सुरक्षा बलों का रोज कत्‍लेआम कर रहे हैं. हाल ही में जाफर एक्‍सप्रेस हाइजैक कर इन संगठनों ने बता द‍िया क‍ि वे क‍ितने ताकतवर हैं. इनके पीछे 32 साल की एक लड़की भी है. महरंग बलोच, वो लड़की जिससे पाक‍िस्‍तान की सरकार डरती है. जिसका नाम सामने आते ही पाक‍िस्‍तानी आर्मी के पसीने छूट जाते हैं.

महरंग बलोच का जन्म बलूचिस्तान के एक मुस्लिम परिवार में 1993 में हुआ. वह बलूचिस्तान में हो रहे कत्‍लेआम पर आवाज उठाती रही हैं. पूरी दुन‍िया में जाकर बताती हैं क‍ि कैसे वहां पाक‍िस्‍तानी सेना और सुरक्षाबल मह‍िलाओं को मार रहे हैं. बच्‍चों का कत्‍लेआम कर रहे हैं.

मह‍िलाओं के साथ रेप कर रहे हैं. उनके घर लूट रहे हैं. घरों में आग लगा रहे हैं. उनकी आवाज इतनी मुखर है क‍ि अमेर‍िका से लेकर संयुक्‍त राष्‍ट्र तक उन्‍हें सुनते हैं. उन्‍हें बोलने का मौका देते हैं. यहां तक क‍ि उनकी बात सुनकर कई बार पाक‍िस्‍तान को खरी खोटी भी सुनाई जाती है.

महरंग को टाइम मैगजीन ने 100 उभरते हुए नेताओं के रूप में माना है, जबक‍ि उन्‍हें 100 सबसे प्रभावशाली मह‍िलाओं में शामिल क‍िया है. उनकी ग‍िरफ्तारी की पूरी दुन‍िया में आलोचना हो रही है. महरंग को तब ग‍िरफ्तार क‍िया गया था, जब उन्‍होंने जबरन गायब किए गए लोगों के रिश्तेदारों की अवैध गिरफ्तारी की आवाज उठाई थी.

महरंग के पिता अब्दुल गफ्फार बलोच एक मजदूर और वामपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता थे. 2009 में उन्‍हें पाकिस्तानी सेना ने अगवा कर ल‍िया और दो साल बाद उनका क्षत‍ व‍िक्षत शव मिला. बाद में 2017 में महरंग बलोच के भाई का भी अपहरण किया गया और तीन महीने तक यातनाएं दी गईं.इसके बाद से वह बलूच विद्रोह‍ियों की आवाज बन गईं.

मह‍रंग बलूच के ल‍िए बलूच विद्रोही मरने मिटने तक को तैयार हैं. यही वजह है कि‍ महरंग बलूच का बल‍ूच‍िस्‍तान की शेरनी कहा जाता है. उन्हें मौत की धमकियां मिलती हैं. उनके आने जाने पर कई पाबंद‍ियां लगाई जा चुकी हैं. इसके बावजूद उनकी आवाज नहीं थमती. महरंग, बलूच यकजेहती समिति की फाउंडर है. उनके पर‍िवार में पांच बहनें और एक भाई हैं.

महरंग हमेशा अह‍िंसक आंदोलन की पैरवी करती रही हैं. लेकिन पाक‍िस्‍तान सरकार उन्‍हें आतंकवाद फैलाने वाला मानती है. उनके ख‍िलाफ हत्‍या कराने तक के केस दर्ज क‍िए गए हैं. उनकी बहन इकरा बलूच ने उनकी गिरफ्तारी की निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि हुड्डा जेल में उनका सफर 18 साल पहले की याद दिलाती है जब उन्होंने अपने पिता को सलाखों के पीछे देखा था. उन्होंने लिखा, उस समय महरंग हमारे साथ थीं. आज, वह नहीं हैं.

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