नई दिल्ली. भारतीय स्टेट बैंक की अगुआई वाली एक कंसोर्टियम टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन (VI) को 14000 करोड़ रुपये का लोन देगा. कंसोर्टियम की ओर से इसे सैद्धांतिक तौर पर अनुमति दे दी गई है. हालांकि, इस पर अभी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है. वोडाफोन आइडिया को पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक और अन्य सार्वजनिक व निजी बैंकों से अनौपचारिक तौर पर ऑफर प्राप्त हुए हैं.
आपको बता दें कि कंजोर्टियम कई अलग-अलग कंपनियों के एक समूह को कहा जाता है. यहां भी कई बैंक मिलकर वोडाफोन आइडिया को लोन देंगे और इन बैंकों की अगुआई एसबीआई करेगा. एक बार डील फाइनल हो जाने के बाद यह राशि हिस्सों में वोडाफोन आइडिया को दी जाएगी. कंपनी बाजार से 25000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसके अलावा 10,000 करोड़ रुपये की नॉन फंड आधारित फैसिलिटीज जुटाने की भी योजना है.
मनीकंट्रोल की एक खबर के अनुसार, कंपनी द्वारा जुटाए जा रहे फंड का उपयोग कर्ज उतारने, 5जी नेटवर्क के रोल आउट में और अन्य स्पेक्ट्रम्स की बोलियों के लिए किया जाएगा. इस संबंध में कंपनी के सीईओ अक्षय मुंद्रा ने कहा है,
“हमने बैंकों के साथ बात शुरू की है…हमारे पास कुछ पूंजी है और हम बहुत जल्द बैंकों से समझौता पूरा कर लेंगे.” गौरतलब है कि वीआई ने अपना कर्ज 40,000 करोड़ रुपये से घटाकर 4000 करोड़ तक कर दिया है. कंपनी इसी साल अप्रैल में एफपीओ भी लाई थी जो 6 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि उसके बोर्ड ने कर्ज के जरिए 3 अरब डॉलर जुटाने के लिए अनुमति दे दी है. भारतीय करेंसी में 25000 हजार करोड़ रुपये से अधिक होगा. यह फंड कई टुकड़ों में जुटाया जा सकता है. एसबीआई ने स्टॉक मार्केट को दी गई जानकारी में कहा है कि 11 जून को हुई मीटिंग में बोर्ड ने फैसला लिया है कि बैंक लंबी अवधि में 3 अरब डॉलर का फंड जुटाने के लिए तरीकों की जांच परख करके निर्णय लेगा. यह फंड वित्त वर्ष 2024-25 में पब्लिक ऑफर या कर्ज के जरिए जुटाया जा सकता है. बैंक ने यह नहीं बताया है कि इस फंड का किया क्या जाएगा.