नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गया है. उसने सेमीफाइनल में आसमानी उम्मीद जगाने वाले अफगानिस्तान को महज 56 रन पर ढेर कर दिया. अपने गेंदबाजों के इस बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप इतिहास का अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने में कामयाब रहा. अफ्रीकी बॉलर्स के बाद बैटर्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. दक्षिण अफ्रीका ने 8.5 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया.
दक्षिण अफ्रीका ने टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहली बार जगह बनाई है. इससे पहले वह दो बार टी20 वर्ल्ड कप (2009, 2014) के सेमीफाइनल में जरूर पहुंचा था, लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना पाया था. टी20 वर्ल्ड कप 2009 के सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका को हराया था. जबकि 2014 में भारत ने उसे फाइनल से पहले ही बाहर कर दिया था.
दक्षिण अफ्रीका का फाइनल में भारत या इंग्लैंड से मुकाबला हो सकता है. भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल खेला जाना है. यह मुकाबला जॉर्जटाउन गयाना में रात 8 बजे (भारतीय समय) से खेला जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जैसी टीमों को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची अफगानिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका से मुकाबले में अपने फैंस को निराश किया. टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी अफगानिस्तान की पूरी टीम 71 गेंद में 56 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.
अजमतुल्लाह ओमरजई अफगानिस्तान के टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने 10 रन बनाए. और कोई बैटर दोहरी रनसंख्या नहीं छू सका. ओपनर रहमानुल्लाह गुरबाज, मोहम्मद नबी और नूर अली तो खाता भी नहीं खोल सके. अफगानिस्तान को अतिरिक्त के रूप में 13 रन मिले.
अफगानिस्तान की ओर से सबसे अधिक विकेट तबरेज शम्सी और मार्को यानसेन ने लिए. इन दोनों ने 3-3 विकेट झटके. शम्सी ने तो महज 11 गेंदों फेंकी और उसी में 3 विकेट ले उड़. मार्को यानसेन ने 16 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए. कैगिसो रबाडा और एनरिक नॉर्किया ने दो-दो विकेट झटके.
किसी भी टीम के लिए 57 रन का लक्ष्य मुश्किल नहीं होना था. दक्षिण अफ्रीका ने भी आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लिया. उसने 8.5 ओवर में एक विकेट खोकर 60 रन बना लिए. जब अफ्रीका ने मैच जीता तब उसकी पारी के 67 गेंदें फेंकी जानी बाकी थीं. रीजा हेंड्रिक्स 29 और एडेन मार्करम 23 रन बनाकर नाबाद रहे. क्विंटन डिकॉक 5 रन बनाकर आउट हुए. अफगानिस्तान के लिए एकमात्र विकेट फजलहुक फारूकी ने लिया.