नई दिल्ली: इन दिनों भारत के कई हिस्सों में बारिश से कोहराम मचा हुआ. तो वहीं देश की राजधानी में दिल्ली में रुक-रुक हो रही बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. गुरुवार को भी दिल्ली के कुछ इलाकों में छींटपुट बारिश हो सकती है, लेकिन पूरे एनसीआर में अभी लोगों को उमस से कोई राहत नहीं दिख रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि अभी मानसून का झुकाव दक्षिण के तरफ ज्यादा हैं, जिसके वजह से केरल, कार्नाटक, आंध्रप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की वजह से रेड अलर्ट जारी करना पड़ गया है.
बता दें कि आईएमडी ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान के कई जिलों में गुरुवार को हल्की बारिश की संभावना जताई है. वहीं, दिल्ली के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, यानी की आज भी हल्की बारिश की संभावना है. बतातें चलें कि बुधवार को दिल्ली के कई हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन न्यूनतम तापमान औसत से 2 डिग्री ज्यादा 29.8 बना रहा और उच्चतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस बना रहा.
बंगाल की खाड़ी के मध्य और उससे सटे उत्तरी भाग पर कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव के कारण तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अगले तीन दिनों के लिए अत्याधिक भारी बारिश की संभावना जताई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी.आईएमडी ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़ और दक्षिण कर्नाटक के आतंरिक स्थानों में 19 और 20 जुलाई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) के मुताबिक, इसी तीव्रता से बारिश होने के कारण कावेरी का जलाशय अगले तीन दिनों में अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त कर लेगा. हरंगी और काबिनी जलाशय की क्षमता पहले ही पूर्ण हो चुकी है.इसने आईएमडी की रिपोर्ट के आधार पर तटीय और पश्चिमी घाट क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी भी जारी की है.पिछले दो दिनों में इन क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण तटीय और पश्चिमी घाट क्षेत्रों में बाढ़ आने की संभावना है.इस बीच, कोडागु और उडुपी जिले में एहतियात के तौर पर विद्यालयों और कॉलेजों में छुट्टी का एलान कर दिया गया है. दक्षिण कन्नड़ जिले के पांच तालुकाओं में भी अवकाश घोषित किया गया.मंगलुरु और आसपास के इलाकों में भी भारी बारिश हुई.
उप्पिनान्गद्य में नेत्रवती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जिसके चलते नेत्रवती नदी पर बने दो बांधों के सभी फाटक खोल दिए गए हैं.आईएमडी के मुताबिक, उत्तर कन्नड़ में कैसल रॉक में सबसे अधिक बारिश हुई . कैसल रॉक में 17 जुलाई को सुबह 8.30 बजे से 18 जुलाई को सुबह 8.30 बजे के बीच 240 मिमी बारिश हुई.हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुधवार को रुक-रुक कर बारिश जारी है और स्थानीय मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है और इसके लिये ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया है. मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी.शिमला स्थित मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 23 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान लगाया है.
इस बरिश के कारण पौधों, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने, कमजोर संरचनाओं को आंशिक रूप से क्षति पहुंचने, तेज हवाओं और बारिश के कारण कच्चे मकानों और झोपड़ियों को मामूली क्षति होने, यातायात में व्यवधान और निचले इलाकों में जलभराव की भी चेतावनी दी गयी है .मंगलवार शाम से ओलिंडा में 94.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि नैना देवी में 44.8 मिमी, बैजनाथ में 32 मिमी, धर्मशाला में 14.4 मिमी, नाहन में 10 मिमी, मंडी में 8.6 मिमी और कंडाघाट में 5.6 मिमी बारिश हुई.राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार 27 जून को मानसून के आगमन से लेकर 16 जुलाई तक राज्य को आपदा से 186 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और वर्षाजनित घटनाओं में 31 लोगों की मौत हो चुकी है.
महाराष्ट्र के मुंबई में बृहस्पतिवार तड़के से जारी भारी बारिश के कारण शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव हो गया. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.एक अधिकारी ने शाम को बताया कि भारतीय मौसम विभाग की कोलाबा वेधशाला के अनुसार, द्वीप शहर में 101 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि सांताक्रूज़ वेधशाला द्वारा दर्ज उपनगरों में 50.2 मिलीमीटर बारिश हुई.बृहन्मुंबई महानगरपालिका के मानसून अपडेट में बताया गया कि मुंबई में सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक दस घंटे की अवधि के अतंराल में 47.29 मिमी बारिश हुई जबकि महानगर के पूर्वी हिस्से में 30.56 मिमी और पश्चिमी इलाकों में 38.18 मिमी बारिश हुई.
बीएमसी के मानसून अपडेट के अनुसार, महानगर में भारी बारिश के कारण पेड़ या शाखा गिरने की 10 घटनाएं, मकान या दीवार गिरने की चार घटनाएं और शॉर्ट सर्किट से संबंधित पांच घटनाएं सामने आई हैं, हालांकि इन अप्रिय घटनाओं में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.मानसून अपडेट में बताया गया कि रेल और यातायात का संचालन सामान्य रहा, लेकिन कुछ यात्रियों ने दावा किया कि लोकल ट्रेन सेवाएं 10 से 15 मिनट की देरी से चल रही हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि वित्तीय राजधानी में तड़के से हो रही बारिश के कारण गांधी मार्केट, दादर, हिंदमाता, परेल, अंधेरी सबवे और सायन जैसे निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे यातायात धीमा पड़ गया.हालांकि, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के प्रवक्ता ने कहा कि जलभराव की कोई सूचना नहीं है.पश्चिमी रेलवे और मध्य रेलवे ने कहा कि लोकल ट्रेन का संचालन सामान्य रूप से हो रहा है. लेकिन कुछ यात्रियों ने दावा किया कि मध्य रेलवे की ट्रेन सेवाएं 10 से 15 मिनट की देरी से चल रही हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है. उन्होंने बताया कि अरब सागर में सुबह 10.03 बजे 3.78 मीटर और रात 9.35 बजे 3.23 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी.
आईएमडी ने बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से अगले 24 घंटे के लिए पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा, ‘‘मुंबई और उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है.”इसी बीच, कुछ नागरिकों ने सोशल मीडिया पर बारिश और यातायात जाम की जानकारी दी.
एक उपयोगकर्ता ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दादर स्टेशन, परेल, हिंदमाता में इस समय पानी भरा हुआ है. कृपया संभलकर यात्रा करें. पूर्व से पश्चिम (दादर, प्रभादेवी, लोअर परेल) मार्ग पर सभी पुल पर जाम लगा हुआ है. बोरीवली या ठाणे से मुंबई की यात्रा करने वाले लोग कृपया ध्यान रखें.”पिछले दो-तीन दिन हल्की बारिश के बाद बुधवार शाम से बारिश तेज हो गई और उपनगरों की तुलना में मुंबई में अधिक पानी बरसा.
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में द्वीपीय शहर में औसतन 83 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि पूर्वी भागों में 45 मिलीमीटर और पश्चिमी क्षेत्रों में 39 मिलीमीटर पानी बरसा.