शिमला:ऑरेंज अलर्ट के बीच शनिवार को हिमाचल प्रदेश की चोटियों में ताजा बर्फबारी हुई। शिमला और मंडी में झमाझम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। ओला गिरने से रामपुर में सेब के फूल झड़ गए। मैदानी जिलों में बारिश से गेहूं की कटी फसल भीग गई।
सेब की सेटिंग पर भी मौसम की मार पड़ी है। इससे किसान-बागवान चिंतित हो गए हैं। शनिवार को मनाली-लेह नेशनल हाईवे समेत 60 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। शिंकुला दर्रा-दारचा से सरचू तक हाईवे फिर बंद हो गया है। कुछ दिन पहले ही बीआरओ ने इस मार्ग को बहाल किया था।
शनिवार को राजधानी शिमला में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद शहर में बादल झमाझम बरसे। कुछ देर भारी ओलावृष्टि भी हुई। शाम को मौसम साफ होने के साथ धूप भी निकली। मंडी जिला में शनिवार को अंधड़ के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। सिराज क्षेत्र में बागवानों को इससे भारी नुकसान हुआ।
कमरुघाटी में सेब बगीचों में फ्लावरिंग के बाद लगे सेब पत्तों सहित झड़ गए। रामपुर की कंछीड़ घाटी के तहत कुरनू, नेहरा, नरैण, कड़ेली, ब्रांदली और बशड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई। इससे सेब की फसल प्रभावित हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से हिमाचल प्रदेश के कई भागों में आगामी चार दिनों तक मौमस खराब बना रहने की संभावना जताई गई है। 27 व 29 अप्रैल के लिए भारी बारिश, अंधड़ चलने व ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 1 मई के बाद मौसम साफ रहने की संभावना है।
लाहौल घाटी में शुक्रवार रात को हुई बर्फबारी के बाद शिंकुला दर्रा एक बार फिर से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। खराब मौसम और बर्फबारी के चलते कुंजम दर्रे के रास्ते लाहौल और स्पीति को जोड़ने वाली ग्रांफू-लोसर के साथ मनाली-लेह सड़क का चौड़ाई कार्य भी प्रभावित हुआ है। घाटी के रिहायशी इलाके बर्फ से सफेद हो गए, लेकिन बसों सहित अन्य वाहनों की आवाजाही लाहौल से कुल्लू के बीच जारी रही।
अप्रैल के अंत में हुई बर्फबारी से रोहतांग दर्रा, लेडी ऑफ केलांग, मुलकिला, नीलकंठ, घेपन पीक सहित ऊंचीं पहाड़ियां निखर गई हैं। चंबा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर और पांगी की ऊपरी चोटियों पर भी शनिवार को बर्फबारी हुई। भारी बारिश के चलते भरमौर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर एक घंटा वाहनों की आवाजाही ठप रही।
रजेरा के समीप दोपहर बारह बजे मार्ग बंद हुआ। करीब एक घंटे बाद मशीनरी पहुंची और मार्ग बहाल हुआ। जिला सिरमौर में भी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली।