रुद्रप्रयाग। केदारनाथ व बदरीनाथ धाम सहित चारधामों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। केदारनाथ हेलीपैड पर डेढ़ फीट बर्फ जमने से शनिवार को हेली सेवाएं भी पूरे दिन ठप पड़ रही है। हालांकि शनिवार की सुबह करीब दस बजे बर्फबारी का दौर थमा है।
वहीं, चमोली जिले में शुक्रवार सायं को हेमकुंड साहिब, औली व बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों में जमकर बर्फबारी हुई। धामों में आए तीर्थयात्री भी बर्फबारी से खासे उत्साहित हैं। दूसरी ओर उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी होने से आसपास के निचले इलाकों में ठंड काफी बढ़ गई है।
गंगोत्री धाम में यह सीजन की पहली बर्फबारी है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी व ठंड के कारण मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ने लगी है। शनिवार को मैदानी जिलों में शुष्क मौसम रहा, लेकिन दिनभर ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आई है।
मौसम विभाग देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में प्रदेश के बागेश्वर व पिथौरागढ़ में कुछ स्थानों पर वर्षा व ओलावृष्टि की भी संभावना है। मैदानी जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
केदारनाथ धाम में पिछले सात दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अचानक धूप आने के बाद बर्फबारी शुरू हो रही है। शुक्रवार को सायं लगभग तीन बजे से पूरी रात बर्फबारी होती रही, जो शनिवार सुबह लगभग दस बजे थमी, केदारनाथ धाम से पांच किमी नीचे तक करीब डेढ़ फीट बर्फ जम गई है।
ठंड बढ़ने से पानी भी नलों में जमने लगा है। ठंड के चलते केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी काफी प्रभावित हो रहे हैं। केदारनाथ हेलीपैड पर डेढ़ फीट तक बर्फ जम गई है। इससे पूरे दिन हेली सेवाएं ठप रही, हालांकि मौसम साफ होने पर हेलीपैड से जेसीबी के जरिये बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया है।
बर्फबारी से केदारनाथ धाम में तापमान भी माइनस आठ डिग्री तक पहुंच गया है। केदारनाथ व बदरीनाथ सहित गंगोत्री, यमुनोत्री में ठंड बढ़ने से पुलिस प्रशासन ने धामों में पहुंच रहे श्रद्धालुओं से आग्रह है कि वे अपने साथ अनिवार्य रूप से गर्म कपड़े, जैकेट, दस्ताने, बरसाती, जरूरी दवाएं इत्यादि लेकर अवश्य चलें।