डेंगू से बचाव के सिलसिले में संवेदीकृत किया

रुद्रप्रयाग:बरसाती मौसम में डेंगू रोग फैलने की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए डेंगू के खिलाफ अभियान को तेज कर दिया है। इसके तहत जहां निरंतर सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही के साथ चिन्हित स्थानों पर फाॅगिंग की जा रही है, वहीं स्कूलों व समुदाय स्तर पर जागरूकता बैठकों का आयोजन कर डेंगू से बचाव के सिलसिले में संवेदीकृत किया जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मर्तोलिया ने अवगत कराया कि डेंगू रोग रोकथाम व नियंत्रण को लेकर विभाग द्वारा सभी संभव आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एएनएम, सामुदयिक स्वास्थ्य अधिकारी व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा अपने क्षेत्र के अंतर्गत समुदाय स्तर व स्कूलों में डेंगू जागरूकता की गतिविधि की जा रही है।

वहीं, आशा कार्यकत्री द्वारा लगातार अपने क्षेत्र में डेंगू का लावा पनपने वाले संभावित स्थान की खोज कर सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही को निरंतर संपादित किया जा रहा है। नगर पालिकाओं व पंचायत प्रशासन से समन्वय स्थापित कर फॉगिंग करवाई जा रही है, जिसके अंतर्गत गत दो दिनों में अगस्त्यमुनि बाजार, बेला, खुरड़, कोटेश्वर क्षेत्र में फॉगिंग की गई है।

ऐपिडेमियोलॉजिस्ट डाॅ. शाकिब हुसैन ने बताया कि नगर क्षेत्र में अनूप नेगी पब्लिक स्कूल, ख्रीष्ट ज्योति पब्लिक स्कूल के साथ सिद्धसौड़, रतूड़ा, नारी, सतेराखाल, घिमतोली, तिमली, बधाणी, उछोला, बरसूड़ी, बक्सीर, मचकंडी, दिगधार, कांडई स्थित स्कूलों में एएनएम, सीएचओ द्वारा डेंगू जागरूकता संत्र का आयोजन किया गया। वहीं, इन क्षेत्रों में सीएचओ द्वारा ग्रामीणों के साथ बैठक कर डेंगू से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया गया। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिलवाड़ा में भी डेंगू जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इन मौकों पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि रुके हुए पानी में डेंगू का मच्छर पनपने की आशंका बनी रहती है, लिहाजा डेंगू से बचने के लिए घरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें। उन्होंने कहा कि जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखने, कूलर, फूलदान, टंकी आदि ऐसी चीजें जहां पानी एकत्र हो सकता है वहां पानी एकत्र न होने दें व इन स्थानों पर सप्ताह में एक बार सफाई अनिवार्य रूप से करें। डेंगू के मच्छर से बचाव हेतु पूरी बांहों वाले कपड़े पहनने, मच्छरदानी, मच्छर नाशक क्रीम, स्प्रे आदि का प्रयोग करने की भी अपील की गई।

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