देहरादून: डोभाल चौक पर हुए रवि बडोला हत्याकांड में फरार चार आरोपितों को भी पुलिस ने मंगलवार को दबोच लिया। मुख्य आरोपित को पुलिस राजस्थान से पकड़कर लाई, जबकि दो अन्य आरोपितों को देर रात हरिद्वार में बहादराबाद के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। दोनों की टांग पर गोली लगी है।
हरिद्वार पुलिस की मदद से दोनों आरोपितों की घेराबंदी की गई। इससे पहले राजस्थान में मुख्य आरोपित के साथ भी पुलिस की मुठभेड़ हुई। हत्याकांड के षड्यंत्र में शामिल एक अन्य आरोपित को देहरादून में गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ सभी सातों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
रविवार रात नेहरूग्राम के पास डोभाल चौक पर प्रापर्टी डीलर रवि बडोला उर्फ दीपक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि उसके दो साथी सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी गोली लगने से गंभीर घायल हो गए थे। रवि बडोला की कार डोभाल चौक निवासी देवेंद्र शर्मा उर्फ सोनू भारद्वाज के घर पर जबरन गिरवी रखी गई थी। जिसे वापस लेने रवि बडोला अपने साथी सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी के साथ सोनू के घर पहुंचा।
तभी सोनू भारद्वाज और उसके चार साथियों के साथ उनका विवाद हो गया। इस दौरान सोनू भारद्वाज और उसके साथियों ने फायर कर दिया। इस मामले में पुलिस ने देवेंद्र कुमार शर्मा उर्फ सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, शंभू यादव, अंकुश, योगेश और मनीष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सोनू भारद्वाज, उसके भाई मोनू शर्मा और शंभू यादव को पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि रामवीर, अंकुश, मनीष और योगेश फरार हो गए थे।
मंगलवार को पुलिस को मनीष कुमार सिंह निवासी ग्राम नारायणगढ़, रेवती जनपद बलिया उत्तर प्रदेश और योगेश निवासी ललसाना, गंगानगर मेरठ उत्तर प्रदेश के बहादराबाद में होने की सूचना मिली। देर रात हरिद्वार पुलिस के साथ दोनों की घेराबंदी कर ली गई।
इस दौरान आरोपित मनीष और योगेश ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपितों की टांगों पर गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। आरोपितों का अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है।
इससे पहले मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर रामवीर निवासी कासमपुर भूमा, मीरापुर जनपद मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश को पुलिस की स्पेशल टीम ने राजस्थान के तलवार गांव थाना बेहरोल सदर जिला कोटपुतली से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रामवीर सिल्वर कलर की कार में घटनास्थल से आशारोड़ी के लिए भागा था। जहां से वह पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर जंगल में घुस गया। वहीं घटना के षड्यंत्र में शामिल रायपुर निवासी अंकुश को भी पकड़ लिया गया।
रामवीर मूल रूप से कासमपुर भूमा, मीरापुर जनपद मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह पहले भी देहरादून में हिस्ट्रीशीटर पंकज और विनय क्षेत्री हत्याकांड से सुर्खियों में रहा है। पुलिस ने अजबपुर निवासी विनय क्षेत्री की पत्नी के साथ ही रामवीर सहित चार लोगों को नामजद किया गया था।
जेल जाने के बाद वह जमानत पर छूट गया था। इस दौरान वह देहरादून में प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त करने लगा। इसी दौरान नेहरू कालोनी क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर पंकज से भी उसकी दोस्ती हुई। धीरे-धीरे उसका पंकज से मन मुटाव होने लगा।