मॉस्को: रूस ने यूक्रेन पर मिसाइलों की बारिश की। इस हमले के जरिए उसने यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर दूसरा सबसे बड़ा अटैक किया। हमले के कारण पूरे देश में भारी बिजली कटौती शुरू हो गई। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की ओर से रूस में लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलों से किए गए हमले के जवाब में यह हमला किया गया है। इसके अलावा उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में कीव में ‘निर्णय लेने वाले केंद्र’ निशाना बन सकते हैं।
पुतिन ने दावा किया कि रूस ने 17 लक्ष्यों को निशाना बनाया जो सैन्य सुविधाएं, रक्षा उद्योग और उनकी सहायता प्रणाली थीं। उन्होंने बिजली के बुनियादी ढांचे पर हमलों को स्वीकार नहीं किया। पुतिन ने कजाकिस्तान में एक सुरक्षा शिखर सम्मेलन में कहा, ‘जैसा कि मैंने कई बार कहा है, हमारी ओर से हमेशा प्रतिक्रिया होगी।’ देश के अधिकारियों ने कहा कि बमबारी के बाद यूक्रेन में 10 लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं है। यूक्रेन के मुताबिक यह यूक्रेन की ऊर्जा आपूर्ति पर इस साल का 11वां हमला है।
ऊर्जा मंत्री जर्मन हालुशचेंको ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली रातों-रात दुश्मन के बड़े हमले की चपेट में आ गई। उन्होंने कहा कि हमले पूरे यूक्रेन में हुए। हाल के महीनों में बमबारी तेज हो गई है। यह यूक्रेन के लिए और भी मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि यूक्रेन युद्ध के अपने तीसरे शीतकाल में पहुंच गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने कहा, ‘रूस ने हमले में क्लस्टर हथियारों का इस्तेमाल किया था।’
जेलेंस्की ने आगे कहा, ‘ये गोला-बारूद एक बड़े क्षेत्र में कई छोटे बम गिरा देता है। हमारे बचाव दल और बिजली इंजीनियरों के लिए हमले का जवाब देना और अधिक कठिन हो जाता है।’रूस ने पिछले वर्षों में यूक्रेन के बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया है, जिसका उद्देश्य कड़ाके की ठंड के महीनों के दौरान नागरिकों को बिजली और पेयजल आपूर्ति से वंचित करना तथा यूक्रेन के उत्साह को तोड़ना है।
10 लाख लोग बिना बिजली के हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने हाल में कहा था कि रूस ठंड के मौसम से पहले ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाने के लिए क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों का भंडार जमा कर रहा है। वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया कि उनकी सेना ने बृहस्पतिवार को 100 ड्रोन और 90 मिसाइलों से यूक्रेन के 17 ठिकानों पर हमला किया।