रूस ने यूक्रेन पर की 90 ड्रोन और 120 मिसाइलों की बौछार

कीव। रूस ने रविवार को यूक्रेन पर बड़ा हवाई हमला बोला। ड्रोन और मिसाइलों से संयुक्त रूप से तीन महीनों में यह सबसे शक्तिशाली हमला था। निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके द्वारा संचालित एक थर्मल पावर प्लांट गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही सात लोगों की मौत हो गई। यह हमला कड़ाके की ठंड से पहले यूक्रेन की बिजली उत्पादन क्षमता को तबाह करने के लिए किया गया।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने पूरे यूक्रेन में बड़े पैमाने पर हमला करते हुए 120 मिसाइलें और 90 ड्रोन लांच किए। यूक्रेनी रक्षा बलों ने 140 हवाई लक्ष्यों को मार गिराया। दुश्मन का लक्ष्य पूरे यूक्रेन में ऊर्जा बुनियादी ढांचा था। हथियारों के मलबों से नुकसान पहुंचा है। ड्रोन हमले की चपेट में आकर सात लोग मारे गए। साथ ही दो बच्चों सहित छह अन्य घायल हो गए।

हमलों के कारण कई क्षेत्रों में आपातकालीन बिजली कटौती हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद युद्ध के समाप्त होने की संभावना बढ़ गई है। इसके साथ ही दोनों देश अपनी ओर से अधिक से अधिक बेहतर स्थिति हासिल करने का प्रयास कर रहा है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन अगले वर्ष (2025 में) रूस के साथ युद्ध खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। इसके लिए वह बातचीत का रास्ता अपनाएगा। मगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शांति समझौता करने के इच्छुक नहीं हैं। पुतिन लड़ाई जारी रखना चाहते हैं।

जेलेंस्की ने यह बात अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यूक्रेन युद्ध को लेकर रुख भांपते हुए कही है। इस बीच रूस ने पूर्वी यूक्रेन के दो और गांव जीत लिए हैं और उसकी सेना आगे बढ़ रही है। रेडियो इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा, वह अगले वर्ष बातचीत के जरिये युद्ध खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा था कि उनका देश बातचीत के लिए तैयार है। अगर डोनाल्ड ट्रंप उसके लिए कोशिश करते हैं। मगर बातचीत में जमीनी स्थिति को ध्यान में रखना होगा। राजदूत का यह इशारा यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर युद्ध के दौरान कब्जे को लेकर हैं जिन्हें रूस ने अब अपना हिस्सा बना लिया है। इन हिस्सों में करीब 20 प्रतिशत यूक्रेनी जमीन रूस के हिस्से में चली गई है। जबकि जेलेंस्की क्रीमिया सहित अपने सभी हिस्सों को वापस लेने का संकल्प जताते रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *