पिथौरागढ़। बीती रात्रि हुई भारी बारिश से धारचूला- मुनस्यारी में व्यवस्थायें एक बार फिर बेपटरी हो गई हैं। निंगालपानी में पहाड़ी दरक जाने से पिथौरागढ़-धारचूला मोटर मार्ग बंद हो गया है। मुनस्यारी के साईपोलू में भारी बारिश से एक मकान ध्वस्त हो गया है। नदी-नालों ने रौद्र रूप ले लिया है।
धारचूला नगर से छह किलोमीटर पहले निंगालपानी के पास बीती रात्रि दस बजे विशाल पहाड़ी भारी बारिश के चलते दरक गई। पहाड़ी का मलबा गिरने से मार्ग बंद हो गया है। मार्ग बंद होने से धारचूला से जौलजीबी, गोरीछाल, डीडीहाट, पिथौरागढ़ के लिए आवागमन करने वाले वाहन फंस गये। मार्ग बंद होेने की सूचना पर पुलिस, राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है।
बुधवार की सुबह मार्ग नहीं खुलने से सैकड़ों वाहन फंसे रहे। जरूरी यात्रा पर निकले लोगों ने पैदल चलकर मलबा पार कर दूसरी ओर से वाहन पकड़े। नगर के खड़ी गली में सीवर लाइन चोक हो जाने से गंदा पानी पूरे बाजार में फैल गया, जिससे बुधवार को लोगों को खासी दिक्कत झेलनी पड़ी।
बुंगबुंग सिमखोला के ठुलीगाड़ में बना 40 मीटर लंबा पैदल पुल झुक गया है। पुल कभी भी धराशायी हो सकता है। पुल टूटने पर ग्राम सभा के दर्जनों गांवों को दिक्कत झेलनी पड़ेगी।
मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में भारी बारिश से गधेरों ने रौद्र रूप ले लिया है। साईपोलू गांव में भारी बारिश के चलते बहादुर सिंह का दो कमरों का मकान ध्वस्त हो गया है। परिवार जनों के समय रहते मकान छोड़ देने से बड़ा हादसा टल गया। परिवार के सदस्यों ने गांव में ही दूसरे व्यक्ति के मकान में शरण ले रखी है।
मदकोट- दूनामानी मोटर मार्ग में गोरीपुल से 200 मीटर आगे बहने वाले नाले ने रौद्र रूप से लिया है। नाले में और पानी बढ़ने पर भारी नुकसान संभव है। मोतीघाट- गोल्फा मोटर मार्ग पर जगह- जगह भूस्खलन से सड़क बाधित हो गई है।
भूस्खलन से सड़क के नीचे बसी बस्तियों में रहने वाले लोग सहमे हुए हैं। इधर जिला मुख्यालय सहित अन्य तहसीलों में ही बीती रात्रि हल्की से मध्यम बारिश हुई है। बुधवार को जिले भर में बादल छाये रहे।