बाजपुर। आम आदमी की रसोई में महंगाई का तड़का लग गया है, क्योंकि सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। एक तरफ जहां टमाटर लाल हुआ है तो वहीं प्याज ने भी आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं।
इतना ही नहीं महंगाई के दौर में सब्जी के साथ फ्री में मिलने वाले हरे धनिये के दाम भी कई गुना बढ़ गए हैं। जिससे अब सब्जी में इसकी सुगंध मिल पाना मुश्किल हो गया है।भीषण गर्मी व बढ़ते तापमान के बीच भले ही मानसून की पहली बरसात में मौसमी राहत दी हो, लेकिन सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। जिसमें डेढ़ से दो गुना तक वृद्धि देखने को मिल रही है।
इतना ही नहीं मौसम के चलते ताजा सब्जियों की आवक भी कम होती जा रही है। यदि बात करें प्रत्येक सब्जी की सुगंध बढ़ाने वाले धनिया की तो माहभर के अंदर भाव 50 रुपये प्रति किलो से सीधे 160 रुपये तक पहुंच गए हैं। इसी प्रकार सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू भी 20 रुपये प्रतिकिलो से बढ़कर 30 रुपये किलो हो गया है।
इसके अलावा प्याज 25 से 40, टमाटर 20 से 40, अदरक 160 से 200, खीरा 20 से 40, हरी मिर्च 40 से 60, फूल गोभी 40 से 60, लहसुन 180 से 200, बीन की फली 60 से 120 व भिंडी 20 से 30 रुपये प्रति किलो हो गई है। हालांकि इस बीच नीबू के दाम जरूर कम हुए हैं। जिसमें माहभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो नीबू 160 रुपये प्रति किलो से घटकर 120 रुपये प्रति किलो हो गया है।
सैनी फुटकर सब्जी विक्रेता के संचालक राहुल सैनी व अंकुर सैनी ने बताया कि दाम बढ़ने की वजह से सब्जी की बिक्री पर भी असर पड़ा है। पहले सब्जी के दाम कम होने के बावजूद ठीक-ठाक आमदनी हो रही थी, लेकिन अब दुकानदारी कम हो रही है जिसके चलते दुकान के खर्चे निकाल पाना भी मुश्किल हो रहा है।जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में बारिश की वजह से सब्जियों के दाम और बढ़ सकते हैं। जिससे आमजन की थाली से सब्जी गायब होना तय है।