नई दिल्लीः डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं, तब से दावा किया जा रहा है कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे. लेकिन ये कब होगा, इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. गुरुवार को राष्ट्रपति पुतिन ने इस बारे में बात की. पुतिन ने कहा, मेरी चार साल से डोनाल्ड ट्रंप के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है. लेकिन मैं उनके साथ संभावित बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार हूं. कहा जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन यूक्रेन संकट खत्म करने के लिए पुतिन को मनाने की तैयारी में है. इस मौके पर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके बेहद खास रिश्ते हैं.
राष्ट्रपति पुतिन हर साल के आखिर में एक प्रेस कांफ्रेंस करते हैं. पुतिन ने यह बताने से भी इनकार कर दिया कि रूसी सेना यूक्रेन से दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र को कब वापस लेगी, लेकिन ये जरूर बताया कि उनकी सेना आगे बढ़ रही है. पुतिन से जब पूछा गया कि क्या वे ट्रंप से मिलने वाले हैं? इस पर पुतिन ने कहा, सबसे पहले, मुझे नहीं पता कि हम कब मिलेंगे. क्योंकि उन्होंने इसके बारे में कुछ नहीं कहा है. मैंने उनसे चार साल से ज्यादा समय से बात नहीं की है.
बेशक, मैं किसी भी समय इसके लिए तैयार हूं, और अगर वे चाहें तो मैं बैठक के लिए तैयार रहूंगा. अमेरिका एक एक जर्नलिस्ट ने जब यह पूछा कि क्या बातचीत तब होगी जब रूस कमजोर पोजीशन में होगा? पुतिन ने जवाब दिया, अमेरिका में बैठे आप जैसे लोग चाहते हैं कि रूस कमजोर स्थिति में रहे. लेकिन मेरा मानना है कि रूस पिछले दो तीन सालों में बहुत ज्यादा मजबूत हो गया है. हम पहले से ही किसी भी निर्भर नहीं है.
जर्नलिस्ट बॉब वुडवर्ड ने एक किताब में दावा किया था 2021 से अब तक ट्रंप और पुतिन के बीच सात बार बातचीत हुई है. पुतिन ने इस दावे को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है. जब पुतिन से पूछा गया कि रूसी सेनाएं यूक्रेन की कब्जाई जमीनें कब खाली कराएंगी, इस पर उन्होंने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया, लेकिन वादा किया कि ऐसा होगा. पुतिन ने कहा, मैं कोई निश्चित तारीख नहीं बता सकता और न ही बताना चाहता हूं कि वे (यूक्रेनी सशस्त्र बलों को) कुर्स्क क्षेत्र से कब बाहर निकालेंगे. हमारे लोग लड़ रहे हैं, अभी लड़ाई चल रही है, और गंभीर लड़ाई चल रही है. हम निश्चित रूप से उन्हें बाहर निकाल देंगे, इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है.
उत्तर कोरिया की सेना से मदद लेने पर भी पुतिन ने जवाब दिया. जब उनसे पूछा गया कि यूक्रेनी सेना कुर्स्क क्षेत्र में बनी हुई है, लेकिन धीरे-धीरे उसने रूसी सेना को अपनी जमीन दे दी है. यूक्रेन का दावा है कि उसने उत्तर कोरिया के तमाम सैनिकों को मार गिराया है. इस पर पुतिन ने कहा, मैं समझता हूं उनके साथ बुरा हो रहा है. उनके लोग काफी कठिनाई में जी रहे है. लेकिन निश्चिंत रहें, हम हर संभव प्रयास करेंगे. हम सब कुछ बहाल कर देंगे. रूसी जनरल इगोर किरिलोव की हत्या पर पुतिन ने सीधे धमकी दी. कहा, इसका अंजाम बहुत बुरा होगा.