रुद्रप्रयाग। जेएसडब्लू फाउंडेशन ने केदारनाथ धाम को कचरा मुक्त बनाने में सहयोग के लिए ‘स्वच्छ केदारनाथ’ परियोजना की शुरुआत की है। परियोजना का उद्देश्य प्लास्टिक और अन्य कचरे को रीसाइक्लिंग प्लांट तक पहुंचाकर उसका उचित निपटान सुनिश्चित करना है, ताकि कचरा मंदाकिनी, वासुकी गंगा जैसी नदियों में न मिले।
इस मौके पर दस सफाई मित्रों को सुरक्षा किट वितरित की गई। प्लास्टिक कचरे का उचित निपटान सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन, प्रदेश सरकार और जेएसडब्लू फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से यह पहल की है। अनुभूति वेलफेयर फाउंडेशन परियोजना के तहत रिसाइकल तकनीक में मदद करेगा।
परियोजना की शुरुआत धाम में आयोजित एक कार्यक्रम में हुई। इस मौके पर उप जिला मजिस्ट्रेट ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने कहा कि स्वच्छ केदारनाथ परियोजना रुद्रप्रयाग के शाश्वत विकास के लिए एक बड़ा कदम है। केदारनाथ की प्राकृतिक चुनौतियों का सामना करते हुए इस परियोजना को चलाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, उनसे कचरा प्रबंधन के लिए बनाए मौजूदा कार्यक्रम पर सकारात्मक असर होगा।
जेएसडब्लू फाउंडेशन की अध्यक्ष संगीता जिंदल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए प्रभावी कचरा प्रबंधन प्रणालियों को अपनाना बहुत जरूरी है। केदारनाथ देश का ऐसा स्थान है, जहां लाखों श्रद्धालु आते है। इस साझेदारी के जरिये न केवल केदारनाथ की प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद लगेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों को भी प्रभावी कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक नागरिक बनाने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम में सेक्टर मजिस्ट्रेट (केदारनाथ) गिरीश चंद्र, कानूनगो मनोहर अंजुवाल, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, अनुभूति वेलफेयर फाउंडेशन के रोहित जोशी आदि उपस्थिति रहे।केदारनाथ धाम में बाबा के दर्शन करने के लिए लगातार लोग पहुंच रहे हैं। बर्फबारी के बीच भी श्रद्धालुओं का आना यहां कम नहीं हुआ है। हर साल की तरह इस साल भी लोग बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।