इस दौरान वर्चुअल माध्यम से मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संस्कृत शिक्षा अब स्वरोजगार व रोजगार का माध्यम बन रही है। इस अवसर पर कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी जी ने इस परिसर में कक्षा 6 से लेकर 10 तक चल रहे पुराने विद्यालय को अधिग्रहण करने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन भी किया गया। साथ ही परिसर की त्रिभाषीय अर्द्ध वार्षिक पत्रिका देवभूमि सौरभम् तथा साहित्य विभाग की पत्रिका काव्यलक्षणविमर्शका भी विमोचन किया गया।
इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि संस्कृत के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। इस तरह के संस्थान संस्कृत के छात्रों को रोजगार देने में सक्षम है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास और भारतीय संस्कृति के पहचान की नई गाथाएं लिख रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत गुलामी और पराभव की सोच को पीछे छोड़ते हुए विश्व को नेतृत्व प्रदान करने में सक्षम हो रहा है।
स्थानीय विधायक मा. विनोद कंडारी ने भी लोगों को संबोधित किया। परिसर के निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।