नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू अशोक नगर में 13 किमी. लंबे नमो भारत ट्रेन के साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर सेक्शन का उद्घाटन किया। उन्होंने साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा भी की।
आनंद विहार के आरआरटीएस स्टेशन को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह सार्वजनिक परिवहन के मौजूदा 6 माध्यमों के बीच मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन की सुविधा प्रदान करेगा। इसमें स्वामी विवेकानंद (आनंद विहार) और कौशांबी स्थित आईएसबीटी, मेट्रो के दो कॉरिडोर (पिंक और ब्लू लाइन), आनंद विहार रेलवे स्टेशन और सिटी बस स्टैंड शामिल हैं। इस स्टेशन के माध्यम से मेरठ व दिल्ली के यात्री मेट्रो, आईएसबीटी और रेलवे स्टेशन द्वारा देश के किसी भी कोने में निर्बाध यात्रा कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू अशोक नगर में 13 किमी. लंबे नमो भारत ट्रेन के साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर सेक्शन का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा की। यात्रा के दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों और अन्य लोगों से बातचीत की।
पीएम ने नमो भारत कॉरिडोर के साहिबाबाद स्टेशन पर अधिकारियों से बात कर इसके बार में जानकारी ली। इसके बाद पीएम मोदी ने रैपिड रेल में बच्चों व अन्य लोगों से बात की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में सफर करते हुए स्कूली बच्चों से मुलाकात की।
साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक के 13 किलोमीटर के सेक्शन में से 6 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है जिसमें कॉरिडोर का प्रमुख स्टेशन आनंद विहार शामिल है। यह पहली बार है जब नमो भारत ट्रेनें भूमिगत सेक्शन में दौड़ेंगी। इस सेक्शन में दूसरा स्टेशन न्यू अशोक नगर एलिवेटेड है।
अधिकारियों ने बताया कि मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन नमो भारत परियोजना का मूल सिद्धांत है। नमो भारत स्टेशनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उन्हें जहां भी संभव हो, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन जैसे मौजूदा सार्वजनिक परिवहन के साधनों से सहजता से एकीकृत किया जा सके।
आरआरटीएस के फेज-1 व दो के सभी कॉरिडोर के पूरा हो जाने और दिल्ली मेट्रो के फेज-चार के सभी काॅरिडोर का निर्माण होने के बाद दिल्ली-एनअीआर में मास ट्रांजिट सिस्टम की लंबाई लगभग एक हजार किलोमीटर की हो जाएगी।
इससे दुनिया के कई बड़े शहर दिल्ली-एनसीआर के मास ट्रांजिट सिस्टम में पीछे हो जाएंगे। अभी मौजूदा समय में आरआरटीएस के दिल्ली मेरठ कॉरिडोर पर 42 किलोमीटर के हिस्से पर नमो भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। रविवार को इसके 13 किलोमीटर के खंड पर भी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। वहीं, दिल्ली मेट्रो का एनसीआर में 393 किलोमीटर का नेटवर्क है।
मौजूदा समय में दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर आनंद विहार, न्यू अशोक नगर और सराय काले खां मेट्रो स्टेशन से जुड़ा हुआ है। आरआरटीएस के दो अन्य कॉरिडोर भी दिल्ली मेट्रो से जुड़ेंगे। इसमें सराय काले खां से अलवर कॉरिडोर आईएनए, मुनिरका और एयरोसिटी समेत कई मेट्रो स्टेशनों से जुड़ेगा।
साथ ही, पानीपत जाने वाला कॉरिडोर भी कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के साथ अन्य स्टेशन से जुड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि जरूरत के हिसाब से दिल्ली मेट्रो की कई लाइनों के साथ आरआरटीएस कॉरिडोर जुड़ेंगे, ताकि लोगों की आवाजाही बिना किसी रुकावट के हो सके।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘दिल्ली में रीजनल कनेक्टिविटी के विस्तार के साथ ही सफर को सुविधाजनक बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसी कड़ी में आज दोपहर करीब 12:15 बजे कई प्रोजेक्ट के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य मिलेगा। इससे पहले साहिबाबाद-अशोक नगर नमो भारत कॉरिडोर का शुभारंभ करूंगा।’
उन्होंने लिखा, ‘दिल्ली की जनता-जनार्दन को अब राजधानी के चौतरफा विकास के साथ-साथ जनकल्याण को पूरी तरह समर्पित सरकार चाहिए। उनके इसी संकल्प के बीच आज दोपहर बाद करीब 1 बजे यहां के अपने परिवारजनों से संवाद का अवसर मिलेगा।’
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 82.15 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली के हिस्से में 14 किलोमीटर तो यूपी के हिस्से में करीब 68 किलोमीटर है। फेज-1 में प्रस्तावित दो अन्य कॉरिडोर दिल्ली से पानीपत कॉरिडोर की लंबाई 103.02 किमी, जबकि अलवर और सराय काले खां के बीच के कॉरिडोर की लंबाई 106 किमी है।
दिल्ली से पानीपत और अलवर के काॅरिडोर का निर्माण होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में आरआरटीएस के सभी कॉरिडाेर की कुल लंबाई 291 किमी से अधिक होगी। बताया जा रहा है कि इन दोनों कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भी तैयार की जा चुकी है। केंद्र सरकार की हरी झंडी के बाद इस पर काम शुरू किया जाएगा।