देहरादून: उत्तराखंड के मौसम में बड़ा बदलाव आ रहा है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश ने प्रदेश के मौसम को एक बार फिर बदला है। फरवरी- मार्च में ही गर्मी का अहसास शुरू हो गया था। अब मौसम में आ रहे बदलाव से लोगों को राहत मिलती दिख रही है।
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में आज भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय जिलों में मार्च के महीने में हो रही बर्फबारी से ठंड का एहसास होने लगा है।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार और रविवार को पर्वतीय जिलों में भारी बर्फबारी होगी। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और नैनीताल जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इसके साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं भी चलेंगी।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों से जलवायु परिवर्तन और मौसम के बदलते चक्र के कारण मार्च में भी मौसम में बदलाव आया है और मार्च के महीने में जनवरी के जैसा मौसम बना हुआ है। इसका मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना है।
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से बारिश और भारी हिमपात की संभावनाएं बन रही हैं। 4 मार्च के बाद मौसम साफ हो जाएगा। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी होने के बावजूद तापमान पर इसका कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 25.7 और न्यूनतम तापमान 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंतनगर का अधिकतम तापमान 27.5 और न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 19.5 और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रहा न्यू। नई टिहरी का तापमान 14.4 और न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शुक्रवार को यमुनोत्री धाम सहित आसपास के इलाकों में दोपहर बाद से ही बारिश शुरू हो गई थी। वही हहर्षिल और मां गंगा की शीतकालीन धाम मुखबा में भी काफी बर्फबारी हुई है। यहां पर अभी तक 6 इंच से ज्यादा बार जम चुकी है।
भारी बर्फबारी के कारण यमुनोत्री क्षेत्र में ठंड में भी बढ़ोतरी हुई है। जानकी चट्टी, खरसाली, नारायणपुरी, फूल चट्टी क्षेत्र में भी काफी बर्फबारी हुई है। बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी गोरसों बुग्याल आदि क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है।