नीट मुद्दे पर लोकसभा से विपक्ष का वॉकआउट

नई दिल्ली : दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर से लोकसभा और राज्यसभा का सत्र शुरू हुआ। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस दौरान दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ।

राज्यसभा में विपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “अग्निवीर जैसी अनियोजित और ‘तुगलकी’ योजना लाकर युवाओं का मनोबल तोड़ा गया है…मेरी मांग है कि अग्निवीर योजना को खत्म किया जाना चाहिए।’लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बजे बोलेंगे। वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में हिस्सा लेंगे।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर 1 बजे संसद लाइब्रेरी में मीडिया को संबोधित करेंगे।

राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच द्विवेदी, त्रिवेदी और चतुर्वेदी को लेकर चर्चा हुई। खरगे ने चर्चा के दौरान कहा कि मैं द्विवेदी, त्रिवेदी और चतुर्वेदी में अब भी कन्फ्यूज रहता हूं। ये सब मेरे लिए अभी भी नया है। इस बीच जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम इस पर आधे घंटा बात कर सकते हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सदन की कार्यवाही चलाने में मदद करने के लिए अध्यक्षों के एक पैनल का नाम घोषित किया। बिरला ने जगदंबिका पाल, पीसी मोहन, संध्या राय, दिलीप सैकिया, ए राजा, काकोली घोष दस्तीदार, कृष्ण प्रसाद और अवधेश प्रसाद का नाम शामिल किया।

अध्यक्ष के कुर्सी पर न होने पर अध्यक्षों का पैनल सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करता है। उन्हें अध्यक्ष में निहित सभी शक्तियां मिलती हैं। हाल ही में संसदीय चुनावों के बाद 18वीं लोकसभा का गठन किया गया था।

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से जोरहाट में तियोक-शिवसागर राजमार्ग पूरा करने के लिए हस्तक्षेप करने और तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। गोगोई ने कहा कि इस राजमार्ग की हालत खराब है।

इस निर्माणाधीन राजमार्ग के निर्माण स्थल से एक वीडियो जारी करते हुए गोगोई ने कहा कि कई वर्षों से काम अटका है और आए दिन दुर्घटनाएं तथा बड़ी देर तक, दूर दूर तक यातायात जाम आम बात हो गई है। यह राजमार्ग जोरहाट लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है जिसका प्रतिनिधित्व गोगोई करते हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शपथ ग्रहण के दौरान कई सदस्यों द्वारा अलग-अलग नारे लगाए जाने की पृष्ठभूमि में सोमवार को सदन में कहा कि शपथ और प्रतिज्ञान की शुरुआत में या आखिर में अतिरिक्त शब्दों अथवा वाक्यों का इस्तेमाल संसद की गरिमा के अनुरूप नहीं है तथा यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो।

उन्होंने सदन की बैठक शुरू होने पर यह भी कहा कि इससे संबंधित विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते हुए एक संसदीय समिति का गठन किया जाएगा जिसमें प्रमुख दलों के सदस्य शामिल होंगे।मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति से अपील की कि संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर और अन्य नेताओं की प्रतिमाएं उनके मूल स्थानों पर पुन:स्थापित कर दी जाएं।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू हुई। अनुराग ठाकुर ने इसकी शुरुआत की। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट’ के मुद्दे पर चर्चा की मांग रखी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।

पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कर लेने दीजिए, फिर सभी अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। हालांकि, विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा और सदन से वाकआउट कर लिया।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति संसद का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं। हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं। इस साल राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण जनवरी में और दूसरा जून में था।

पहला अभिभाषण चुनावों के लिए था और दूसरा उसकी नकल था। उनके अभिभाषण में दलितों, अल्पसंख्यक वर्गों और पिछड़े वर्गों के लिए कुछ भी नहीं था। राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो कोई विजन था और न ही कोई दिशा। पिछली बार की तरह यह सिर्फ सरकार की सराहना के शब्दों से भरा था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *