अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ करें: CDO

 श्री केदारनाथ यात्रा को सफलतापूर्वक संचालित कराने के लिए यात्रा मार्ग में तैनात किए गए सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारियों को विकास भवन सभागार में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया
श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित कराने के लिए यात्रा मार्ग में तैनात किए गए सभी सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ करें: मुख्य विकास अधिकारी
रुद्रप्रयाग:श्री केदारनाथ धाम की दूसरे चरण की यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने एवं आने वाले श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक तैनात किए गए सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारियों को मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती की अध्यक्षता में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने यात्रा मार्ग में तैनात सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों की ड्यूटी 16 अगस्त से 05 सितंबर, 2024 तक के लिए एक माह की अवधि के लिए यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में तैनात किया गया है तथा सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता एवं संवेदनशीलता के साथ करें।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में भू-स्खलन के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा तत्परता से कार्य करवाया जा रहा है। इसके लिए यह जरूरी है कि सभी अधिकारी अपनी सुरक्षा के साथ-साथ आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।

उन्होंने कहा कि आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी तरह से कोई असुविधा एवं समस्या न हो। यदि कोई परेशानी उत्पन्न होती है तो संबंधित विभाग को तत्परता से सूचित करते हुए समस्या का निराकरण करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कई जगह विद्युत व्यवस्था भी बाधित है तथा नेटवर्क की समस्या के लिए सभी सेक्टर अधिकारियों को सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट निदेश दिए हैं कि किसी भी आपात स्थित अथवा कोई घटना घटित होने पर तत्काल कंट्रोल रूम या संबंधित अधिकारी को सूचना उपलब्ध कराएं जिससे कि तत्परता से उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में जो आपदा की घटना घटित हुई है उसमें यात्रा मार्ग में तैनात सेक्टर अधिकारियों एवं सुरक्षा कर्मियों द्वारा संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए कई जानों को बचाया गया है।

इसके साथ ही जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों जिसमें ग्राम प्रधानों, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं तीर्थ पुरोहितों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों सहित सेना के जवानों एवं एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, वाईएमएफ के जवानों द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए केदारनाथ यात्रा मार्ग में फंसे 12 हजार से अधिक लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।

जिसकी सराहना प्रदेश के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा भी की गई। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी लोगों द्वारा तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

उन्होंने सभी से अपेक्षा की है कि यात्रा व्यवस्थाओं में तैनात किए गए अधिकारी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों के संबंध में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई।

इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, पर्यटन विभाग के संजय मेहरा सहित सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारी मौजूद रहे।

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