ढाका. बांग्लादेश में शेख हसीना के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस समेत सभी जज प्रदर्शनकारी छात्रों के निशाने पर आ गए हैं. यहां हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं अब छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट को निशाना बनाते हुए चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन समेत सभी जजों से इस्तीफे की मांग की है.
सैकड़ों की तादाद में छात्रों ने बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया और चीफ जस्टिस के तुरंत इस्तीफे की मांग की. हालात तेजी से बिगड़े और खबरें आ रही हैं कि चीफ जस्टिस परिसर छोड़कर जा चुके हैं.दरअसल, चीफ जस्टिस ने नई अंतरिम सरकार से सलाह लिए बिना ही फ़ुल-कोर्ट मीटिंग बुला ली थी, जिसके बाद छात्रों का गुस्सा भड़क गया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कोर्ट के जज साज़िश का हिस्सा हैं.
माहौल तनावपूर्ण होता देख फुल-कोर्ट मीटिंग रद्द कर दी गई. लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का घेराव जारी रखा. छात्रों ने चीफ जस्टिस को पद छोड़ने के लिए एक घंटे की मोहलत दी है.बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के युवा और खेल मंत्रालय के सलाहकार आसिफ महमूद ने शनिवार सुबह ही फेसबुक पर पोस्ट करके चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन से बिना शर्त इस्तीफ़े और फ़ुल कोर्ट मीटिंग रोकने की मांग की थी.
वहीं बांग्लादेशी वेबसाइट द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट का घेराव करने वाले एक प्रदर्शनकारी अब्दुल मुकद्दम ने कहा, ‘ये फासीवादी लोग सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस का इस्तेमाल करके अंतरिम सरकार को गैर-कानूनी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए हम चीफ जस्टिस पर इस्तीफ़े का दबाव बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट परिसर में आये हैं.’