नई दिल्लीः कोविड के नए स्ट्रेन JN.1 ने भारत समेत दुनिया के कई देशों में एक बार फिर तहलका मचा दिया है. कोरोना के नए वेरिएंट को बेहद संक्रामक माना जा रहा है और देश में अब तक इसके कई मामले सामने आ चुके हैं. हालात को देखते हुए केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है और सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने कोविड को लेकर हाई लेवल मीटिंग की है और सभी अस्पतालों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. कोविड के नए वेरिएंट JN. 1 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
इसके मामले सबसे पहले केरल और फिर तमिलनाडु में मिले थे, जिसके बाद कई अन्य जगहों पर भी संक्रमण फैलने की बात सामने आई है. जिस रफ्तार से कोरोना के नए वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए लोगों की चिंता बढ़ गई है. हर कोई यह जानना चाह रहा है कि आखिर इस मुसीबत से किस तरह बचा जाए. इस बारे में डॉक्टर से जरूरी बातें जान लेते हैं.
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉ. अनिल बंसल के मुताबिक कोविड का वायरस लगातार म्यूटेट करता रहता है और नया वेरिएंट आ जाता है. वर्तमान में कोविड का नया सब-वेरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है और अगर लोग इसे लेकर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो हालात भयावह हो सकते हैं. देश में जनसंख्या ज्यादा है और ऐसे में इसके फैलने का खतरा भी ज्यादा है.
हालांकि अगर एहतियात बरती जाए, तो इसे वक्त रहते कंट्रोल किया जा सकता है. नए वेरिएंट का असर लोगों की इम्यूनिटी के अनुसार अलग-अलग तरीके से होता है. हालांकि जो लोग पहले से किसी संक्रमण या गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ऐसे लोगों के लिए कोविड का नया वेरिएंट ज्यादा खतरनाक हो सकता है.