सौरमंडल में नई सरकार

देहरादूनः सौरमंडल में नवग्रहो एवं 27 नक्षत्रों,तारामंडल के बीच वार्षिक चुनाव का बिगुल बज गया है,और आज बसंत पंचमी से सौरमंडल की नई सरकार के गठन तक आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न एवं सौर वैज्ञानिक आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” विश्लेषण करते हुए बताते हैं ,कि सौरमंडल में मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी इस वर्ष न्यायाधिकारी शनिदेव को दी गई है। ब्रह्म मुहूर्त में सौरमंडल में राजा सूर्य नारायण की अध्यक्षता में नवग्रहो, 27 नक्षत्रों एवं अन्य सदस्यों की उपस्थिति में 30 मार्च तक सौरमंडल की नई सरकार गठित करने का संकल्प पारित किया गया।

आचार्य दैवज्ञ बताते हैं ,कि बैठक का संचालन करते हुए वर्तमान संवत्सर के राजा मंगलदेव ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष संपन्न हो इसके लिए न्यायाधीश एवं दंडाधिकारी शनिदेव को मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है ,बताया कि चुनाव की तिथि 29 मार्च को रखी गई है इसलिए आज से पूरे सौरमंडल में नई सरकार के गठन तक आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी।

सौर वैज्ञानिक आचार्य दैवज्ञ ने बताया कि प्रतिवर्ष नवग्रहो , नक्षत्रों और तारामंडल के सदस्यों का चुनाव संपन्न होता है, उसमें नए संवत्सर के लिए राजा और मंत्री सहित मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों का भी चुनाव होता है, इस आधार पर नए संवत्सर की भूमिका तय होती है, कि वह पृथ्वी लोक के लिए कैसा रहेगा ??

राजगुरु के नाम से प्रसिद्ध आचार्य श्री ने बताया कि सौरमंडल में आचार संहिता के बीच पृथ्वी लोक पर भूकंप , अग्निकांड तथा राजनीतिक उठक पठक हो सकती है, इसलिए सभी लोग पूजा पाठ का आसरा अवश्य लें विशेष रूप से यह संकट उत्तरकाशी ,पिथौरागढ़ और चमोली,रुद्रप्रयाग जनपदों में हो सकता है, इसलिए सरकार को सावधान रहना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *