फिर हिली नेपाल की धरती

काठमांडू:नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 महसूस की गई है। सोमवार सुबह 4:17 बजे भूंकप आया था। इससे पहले नेपाल की राजधानी काठमांडू में रविवार को तेज भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। इस भूकंप की वजह से 20 मकान ध्वस्त हो गए, जबकि कई अन्य क्षतिग्रस्त हो गए।

राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के मुताबिक, काठमांडू में रविवार सुबह 7:39 बजे आए भूकंप का केंद्र धाडिंग जिले में था। भूकंप के झटके बागमती और गंडकी प्रांतों के अन्य जिलों में भी महसूस किए गए। काठमांडू से 90 किलोमीटर पश्चिम में स्थित धाडिंग जिले के ज्वालामुखी देहात नगर पालिका में 20 मकान नष्ट हो गए और 75 अन्य मकान क्षतिग्रस्त हो गए।

इससे पहले हरियाणा के फरीदाबाद में 15 अक्टूबर शाम 3.1 तीव्रता के भूकंप का झटका महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र फरीदाबाद से 9 किलोमीटर पूर्व और दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में स्थित था। भूकंप से लोगों में दहशत उत्पन्न हो गई, जबकि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई लोगों ने फर्नीचर में कंपन होने की जानकारी दी। नोएडा में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए थे।

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैनटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है।

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