नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा पूर्ण बहुमत से चूक गई। हालांकि, एनडीए ने कुल 293 सीटें हासिल करके 272 सीटों (बहुमत) का आंकड़ा प्राप्त किया है। इसी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और एक बार फिर से पीएम पद की शपथ लेने वाले है।
इसके पहले एनडीए की एक बैठक बुलाई गई है। जिसमें सभी दलों के शीर्ष नेता, सीएम, सांसद भाग लेंगे। इसके बाद पीएम के नाम पर फाइनल मुहर लग जाएगी। 9 जून को राष्ट्रपति प्रधानमंत्री व मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी 15 वर्ष (तीसरे कार्यकाल) के लिए पीएम बनने जा रहे हैं। आप जब तक पीएम है कोई भी भारत की ओर आंख उठाकर नहीं देख सकता है।
सविंधान सदन (पुरानी संसद) के सेंट्रल हॉल में एनडीए के संसदीय दल की बैठक शुरु हो चुकी है। एनडीए के सहयोगी दलों के पार्टी प्रमुखों का स्वागत किया जा रहा है। मीटिंग में अमित शाह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, नरेंद्र माेदी उपस्थित हैं।पीएम ने नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत किया और पार्टी कार्यकर्ताओं के परिश्रम का जिक्र करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। पीएम ने एनडीए को तीसरी बार बहुमत मिलने पर सहयोगियों का धन्यवाद दिया।
एनडीए का यह कार्यकाल तेज फैसलों और विकास का है। अब देश को पांचवी से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है। पीएम ने इस दौरान जी-20 समिट का भी जिक्र किया। कहा कि हम चाहते तो एक ही जगह पर कार्यक्रम आयोजित पूरा कर फोटो खिंंचवा लेते, लेकिन हमने अलग-अलग राज्यों में 200 जगहों पर यह कार्यक्रम आयोजित किए। विदेशों में लोग अब जाकर भारत की विशालता और विविधता की चर्चा कर रहे हैं।न हम हारे थे, न हारें है; हम विजय को पचाना जानते हैं। कहा कि पहले भी (2014 में) एनडीए था, कल (2019 में) भी एनडीए था और आज (2024 में) भी एनडीए है। 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई।
पीएम ने ईवीएम पर उठाए गए सवालों को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने 4 जून को परिणाम वाले दिन का एक वाकया साझा करते हुए कहा कि ईवीएम जिंदा है या मर गया…। उन्होंने कहा कि शाम होते-होते ईवीएम पर सवाल उठाने वाले विपक्षियों के मुंह पर ताला लग गया। ये लोग ईवीएम के खिलाफ झूठ का षडयंत्र लेकर बैठे थे।
मोदी बोले- किसी पार्टी का सांसद हो मेरे लिए सभी समान होंगे। कहा कि विकसित भारत के अपने सपने को साकार करके रहेंगे। मोदी ने दक्षिण के राज्यों में एनडीए को मिली बढ़त का जिक्र किया। इस दौरान विशेष रूप से केरल का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां हमारी विचारधारा को लेकर हमारे कार्यकर्ताओं पर जुल्म किया गया। इतना तो जम्मू कश्मीर में भी नहीं हुआ था। आज पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि सदन में होगा। इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बड़ी जीत पर भी बयान दिया।
पीएम ने कहा, ”एनडीए ने 30 साल के समय में 5 साल के 3 कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण रूप से पूरे किए है। अब यह अपने चौथे कार्यकाल में प्रवेश करने जा रहा है।”पीएम ने इस दौरान दिवंगत पूर्व पीएम अटल बिहार वाजपेयी, शरद यादव, जॉर्ज फर्नांडीज जैसे नेताओं का जिक्र किया। कहा कि जो बीज उन्होंने बोया था। उसे जनता ने अपने विश्वास से सींचकर विशाल वटवृक्ष बना दिया है।
10 आदिवासी बहुल राज्यों में से 7 में एनडीए अपनी सेवा दे रहा है। इस दौरान उन्होंने गोवा में भी सरकार चलाने का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि राजनीति के इतिहास में कोई प्री-पोल अलायंस इतना सफल नहीं हुआ जितना एनडीए हुआ। पीएम ने जनता को बहुमत के लिए धन्यवाद देते हुए सफलतापूर्वक तीसरी बार सरकार चलाने की बात कही।
अपना दल प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने भी पीएम के लिए नरेंद्र मोदी के नाम के प्रस्ताव को समर्थन दिया। लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। अपने वक्तव्य में उन्हाेंने नरेंद्र मोदी के पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों पर धन्यवाद ज्ञापित किया। वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि वे एनडीए के साथ बने रहेंगे। उन्होंने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।
एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने भी पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम को समर्थन दिया है। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंंदे ने भी पीएम पद के लिए मोदी के नाम का समर्थन किया और कहा कि उनका भाजपा के साथ गठबंधन फेविकोल के जोड़ की तरह मजबूत है, यह टूटने वाला नहीं है। इस दौरान उन्होंने पीएम के लिए ‘मैं उस माटी का वृक्ष नहीं…’ कविता की कुछ पक्तियां पढ़ीं।
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने भी नरेंद्र मोदी के नाम के प्रस्ताव को समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मोदी 10 साल पीएम रहने के बाद एक बार फिर पीएम बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार पूरे समय वे सरकार के साथ बने रहेंगे। इधर उधर कोई करना चाहता है उसका कोई मतलब नहीं है। अगली बार एनडीए फिर एक साथ बिहार में चुनाव लड़ेगा और सभी सीटें जीतेगा।
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडु बोले- देश सही समय पर सही ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नरेंद्र मोदी के कार्यों का जिक्र किया। इसी के साथ उन्होंने एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर मोदी के नाम का समर्थन किया।चंद्रबाबू नायडु ने कहा कि हमने आंध्र प्रदेश में 95 प्रतिशत सीटें जीतीं। इस दौरान उन्हाेंने अपने सहयोगी पवन कल्याण की पार्टी जनसेना और भाजपा का उल्लेख किया।
कार्यक्रम को राजनाथ सिंह संबोधित करते हुए उन्होंने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के लिए किया। अमित शाह ने भी उक्त प्रस्ताव का समर्थन किया।ये हम सबके लिए एक ऐतिहासिक पल है और हम लगातार तीसरी बार एनडीए के नेता के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी जी को चयन करने वाले हैं। इस ऐतिहासिक घड़ी में आज हम सब लोग चश्मदीद गवाह बन रहे हैं… ये हम सबका सौभाग्य है।
देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है। इस दौरान जेपी नड्डा ने अरुणाचल और सिक्किम में भी भाजपा-एनडीए की सरकार बनने का जिक्र किया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ।
इस दौरान उन्होंने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की रश्मिरथी के अंश ‘वसुधा का नेता कौन हुआ, भूखंड विजेता कौन हुआ’… का पाठ किया।10 साल पहले भारत के बारे में कहा जाता था कि यहां कुछ बदलने वाला नहीं है।आज 10 साल बाद मोदी जी के नेतृत्व में वही भारत आकांक्षी भारत बन गया है और विकसित भारत के संकल्प को लेकर चल पड़ा है।
एनडीए संसदीय बैठक के लिए संसद पहुंचने पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह खुशी की बात है कि पीएम मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बनेंगे। यह शिवसेना के लिए खुशी की बात है, क्योंकि शिवसेना और बीजेपी की विचारधारा एक जैसी है। एनडीए के सभी गठबंधन दलों ने उन्हें अपना नेता चुना है और आज की बैठक उनके नेतृत्व में है।
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि सभी नवनिर्वाचित सांसदों, सीएम, डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक है। हम सभी छत्तीसगढ़ से यहां (दिल्ली) पहुंचे हैं। हमारे दोनों डिप्टी सीएम और 10 नवनिर्वाचित सांसद बैठक में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं।एनडीए की बैठक में शामिल होने से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज उप राष्ट्रपति एन्क्लेव में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की।