उदय दिनमान डेस्कः देश में इस वक्त मानसून अपने उफान पर है. शायद ही भारत का कोई ऐसा हिस्सा होगा, जहां इस वक्त बारिश नहीं हो रही है. बारिश की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन इसकी वजह से जनजीवन पर आफत भी आ गई है. यूपी-बिहार से लेकर गुजरात तक कुदरत का क्रोध अपने चरम पर नजर आ रहा है. उत्तराखंड के चमोली में जबरदस्त भूस्खलन देखने को मिला है. ऐसे ही गुजरात में भारी बारिश ने शहरों को झीलों में तब्दील कर दिया है.
भारी बारिश का असर इस वक्त पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है, जहां कई जगहों से भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं. बुधवार (10 जुलाई) को पहाड़ गिरने का एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया. पीपलकोटी और जोशीमठ के बीच पातालगंगा के पास बुधवार को एक बार फिर भारी भूस्खलन हुआ. ऐसा लगा मानो कुदरत ने धमाका कर दिया है. हर तरफ सिर्फ धूल का गुबार है. कुछ वक्त तक यहां सिर्फ धूल का बवंडर दिखाई दिया.
घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे दूर से गांव के एक शख्स ने रिकॉर्ड किया है. इसमें दो सौ फीट ऊपर से पहाड़ी का हिस्सा भरभराकर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है. पहाड़ी के टूटने का ये वीडियो चमोली का है. बद्रीनाथ हाइवे पर पातालगंगा के पास पहाड़ी टूटकर हाइवे पर गिरा और आवाजाही बंद करनी पड़ी है. पातालगंगा में लंगासू सुरंग के पास की ये घटना है. किस्मत की बात रही कि जिस वक्त ये पहाड़ी टूटकर गिरी, उस वक्त वहां से कोई गाड़ी नहीं गुजर रही थी.
उत्तराखंड के जोशीमठ में भी भूस्खलन देखने को मिला है. लगातार हो रही बारिश की वजह से पहाड़ दरकने लगे हैं. जोशीमठ में हुए भूस्खलन का भी वीडियो सामने आया है, जिसमें पहाड़ से चट्टान का बड़ा सा हिस्सा टूटकर सड़क से होते हुए खाई में गिर रहा है. ये हादसा मंगलवार सुबह हुआ, जब स्थानीय लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. उसी वक्त जोशीमठ के प्रवेश द्वार चुंगीधार के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में पहाड़ का हिस्सा दरक कर गिरा.
स्थानीय लोगों को अंदाजा पहले से हो गया था लिहाजा सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां रोक दी गई थी. रोड पर एक कुत्ता खड़ा था, जो पहाड़ी के गिरते ही पीछे की तरफ भागा. पहाड़ के दरकने का ये वीडियो तब सामने आया है जब यहां बारिश नहीं हो रही है. स्थानीय लोग परेशान हैं कि बिना बारिश के पहाड़ी क्यों गिर रहे हैं. हालांकि, कुछ वक्त पहले यहां पर बारिश भी हुई थी. इस वीडियो ने दिखाया है कि इस वक्त पहाड़ कितने खतरनाक हो चुके हैं.
वहीं, एक तरफ पहाड़ भरभराकर गिर रहे हैं तो दूसरी ओर बाढ़ और बारिश ने मैदान में कहर बरपा रखा है. उत्तर प्रदेश के दर्जन भर जिलों में इस वक्त बाढ़ और बारिश की वजह से बुरा हाल है. पीलीभीत में तो घरों में मगरमच्छ घूम रहे हैं. अफसरों के घर डूब गये हैं. सड़कें तालाब बन चुकी हैं. गुजरात के कई इलाकों में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है. गुजरात के द्वारका में लगातार हो रही बारिश ने शहर को समंदर में तब्दील कर दिया है.
जहां देखिये पानी ही पानी है. घर से लेकर दुकान तक, रोड से लेकर गली तक सब पानी में डूबे हुए हैं. गुजरात के अमरेली में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है. इस वीडियो में देखिये कैसे आसमान से बारिश हो रही है और धरती पर इंसान बेबस और लाचार दिख रहा है. गाडियां पानी में फंसी हुई और रस्सी के सहारे रेस्क्यू की कोशिश की जा रही है.
यूपी में भी बारिश और बाढ़ ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. पीलीभीत घर, दुकान, मकान, दफ्तर, सड़क सब पानी में डूबे हैं. इस पानी ने बड़े छोटे अफसर और कर्मचारी, अमीर-गरीब सबका फर्क मिटा दिया है. बड़ी से बड़ी गाड़ियां बूत बनकर पानी के बीचों बीच खड़ी है. इस उम्मीद में की कोई शक्तिमान बनकर आएगा और उनका रेस्क्यू करेगा, लेकिन पानी का आलम ये है कि कोई हिम्मत दिखाने की स्थिति में नहीं है.
पीलीभीत शहर का ये हाल है तो सोचिए जो इलाके नदी के किनारे हैं उनकी स्थिति क्या होगी. चारों तरफ पानी ही पानी है, सड़कें टूट गई हैं और जो बची हैं वो पानी में डूब गई हैं. शारदा नदी के किनारे बसे गांव डूब चुके हैं. फसलें पानी में समा चुकी हैं और लोगों को रेस्क्यू करने का काम प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है. मुसीबत सिर्फ पानी की नहीं है. पानी के साथ मगरमच्छ भी घरों में बिन बुलाये मेहमान की तरह घुस रहे हैं
इस वीडियो को देख रहे हैं. नदी के पानी के साथ छोटा मगरमच्छ एक घर में घुस आया और ऐसी कई घटनाएं इस इलाके में हुई हैं. वन विभाग की टीम इसी काम में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और सिद्धार्थनगर जैसे शहरों में भी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. सिद्धार्थनगर में बाढ़ की वजह से गांव टापू बना हुआ है और आने जाने के लिए नाव का ही सहारा है.