मानव-वन्यजीव सहअस्तित्व कार्यक्रम के अन्तर्गत विशेषज्ञ टीम द्वारा रुद्रप्रयाग फील्डस्टाफ को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया’
रुद्रप्रयाग: जनपद में गुलदार एवं भालू की संवेदनशीलता के मध्यनजर मध्यप्रदेश के वन्य जीव विशेषज्ञ विवेक पगारे एव टीम द्वारा स्यालसौड (अगस्त्यमुनि) में वन कर्मियों को प्राशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही माॅक ड्रिल भी करवायी गयी।
रुद्रप्रयाग वनप्रभाग में वन्यजीव रेस्क्यू तथा जनजागरूकता हेतु आरआरटी एवं क्यूआरटी गठित की गयी हैं तथा ’लिविग विद लेपर्ड कार्यक्रम’ के तहत लोगो को वन्य जीवों से सुरक्षा के उपाय बताये जा रहे हैं। प्रशिक्षण में विशेषज्ञ द्वारा सफल रेस्क्यू के तरीके बताये तथा स्वयं की सुरक्षा हेतु उपाय भी बताए गए। इसके अलावा माॅक ड्रिल के दौरान उपयोग में लाये जा रहे उच्च तकनीक वाले उपकरणों की जानकारी तथा प्रयोजन से अवगत कराया गया।
उप वनाधिकारी देवेन्द्र पुण्डीर ने बताया कि प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने आम जनमानस को गुलदार से सुरक्षा हेतु घरों के चारों ओर झाडियाँ न होने, प्रकाश की समुचित व्यवस्था बनाये रखने, देर शाम या रात्रि में कम विचरण करने, समूह में जाने, स्कूली बच्चे जो जगंल मार्ग से जाते है समूह में जाये,मवेशियों को पक्के गौशाला में रखें, कूडा प्रवंधन समुचित करें तथा गुलदार दिखायी पडने पर वन विभाग को सूचित करें।