नई दिल्लीःभारतीय पर्यटकों के बॉयकाट के बाद मालदीव पर्यटन की स्थिति खराब हो गई है. मालदीव के टूरिज्म और ट्रैवल एसोसिएशन ने अपने देश के पर्यटन में सुधार के लिए भारत से मदद की गुहार लगाई है. इसको लेकर मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स ने भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर से सोमवार को मुलाकात की. इस दौरान एसोसिएशन ने उच्चायोग से मालदीव के पर्यटन में सहयोग करने की बात कही.
उच्चायुक्त से मुलाकात के बाद एसोसिएशन ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ‘मालदीव में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रमुख शहरों में रोड-शो आयोजित किए जाएंगे. साथ ही भारत के प्रभावशाली और मीडिया परिचित लोगों को मालदीव की यात्रा कराने पर काम चल रहा है.’
दरअसल, जनवरी महीने में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लक्षद्वीप को पर्यटन के स्थल के रूप में पेश किया गया था. इसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जिसके बाद भारत में मालदीव बॉयकाट का ट्रेंड चलने लगा. डैमेज कंट्रोल के लिए मालदीव की सरकार ने तीनों मंत्रियों को पद से हटा दिया, इसके बावजूद मालदीव के टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा. इस घटना के बाद मालदीव में लगातार भारतीय पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है.
जनवरी महीने से पहले भारत मालदीव का सबसे बड़ा टूरिस्ट मार्केट था, साल 2021, 2022 और 2023 में सबसे अधिक भारतीय टूरिस्ट मालदीव पहुंचे थे. मालदीव मीडिया अधाधु की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2023 में 41,000 से अधिक भारतीय टूरिस्ट मालदीव पहुंचे. वहीं मार्च 2024 में महज 27,224 भारतीय टूरिस्टों ने मालदीव की यात्रा की. साल 2023 में 17 लाख से अधिक पर्यटक मालदीव की यात्रा पर गए थे, जिसमें से सबसे अधिक 2 लाख 10 हजार के करीब भारतीय पर्यटक थे. इसके बाद रूस और चीन के यात्री रहे.