‘महाकुंभ भारत की कालातीत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक, आस्था और सद्भाव का उत्सव’, पीएम मोदी

नई दिल्ली: विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। समुद्र मंथन के दौरान निकले कलश से छलकीं अमृत की चंद बूंदों से युगों पहले शुरू हुई कुंभ स्नान की परंपरा का सोमवार को आगाज हो गया है। दुनिया भर के धार्मिक आयोजनों में सबसे बड़ा यह मेला 26 फरवरी तक चलेगा।

उत्तर प्रदेश में संगम नगरी प्रयागराज में भारी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। आज 13 जनवरी पौष पूर्णिमा के साथ 45 दिवसीय महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए यह एक बहुत ही खास दिन है!

महाकुंभ 2025 प्रयागराज में शुरू हो रहा है, जो आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ लाएगा। महाकुंभ भारत की कालातीत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था और सद्भाव का उत्सव मनाता है…’उन्होंने कहा कि मुझे प्रयागराज में अनगिनत लोगों की चहल-पहल देखकर बहुत खुशी हो रही है, जो पवित्र स्नान कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं। सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को शानदार प्रवास की शुभकामनाएं…

लंबी तैयारियों के बाद प्रयागराज में पौष पूर्णिमा पर महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन तीन पवित्र नदियों के संगम पर हो रहा है। इस धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में लोग आ रहे हैं और पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ की प्राप्ति कर रहे हैं। महाकुंभ में प्रमुख तिथियों पर स्नान और अमृत स्नान का विशेष महत्व होता है।

स्नान और अमृत स्नान की तिथियां
13 जनवरी (सोमवार)- स्नान, पौष पूर्णिमा
14 जनवरी (मंगलवार)- अमृत स्नान, मकर सक्रांति
29 जनवरी (बुधवार)- अमृत स्नान, मौनी अमावस्या
3 फरवरी (सोमवार)- अमृत स्नान, बसंत पंचमी
12 फरवरी (बुधवार)- स्नान, माघी पूर्णिमा
26 फरवरी (बुधवार)- स्नान, महाशिवरात्रि

महाकुंभ शुरू होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौष पूर्णिमा की बधाई दी है। एक्स पर सीएम योगी ने लिखा कि विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है।

अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।

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