बहराइच: मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच में अहम खुलासा हुआ है। दरअसल मुंबई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने यूपी के बहराइच से हत्याकांड के मुख्य शूटर शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा को गिरफ्तार किया है। शिवा के साथ पुलिस ने 4 अन्य आरोपियों अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया है। इन्हें 19 नवंबर तक ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई पुलिस अपने साथ ले गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसटीएफ और मुंबई स्पेशल क्राइम ब्रांच की पूछताछ में शिवा ने कई बड़े खुलासे किए हैं। इसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग का घटना को अंजाम देने और उसके बाद पुलिस से बचने, गैंग के बीच कम्युनिकेशन आदि की अहम जानकारियां मिली हैं। इसमें गैंग के एक सेफ हाउस का भी पता चला है, जिसकी जांच की जा रही है।
दरअसल शिवा ने पूछताछ में बताया कि स्नैप चैट पर हत्याकांड की पूरी साजिश रची गई। लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई ही ऑर्डर देता था। 10 लाख में हत्या की सुपारी तय हुई थी। शुरुआत में 10 से 15 हजार रुपये शूटरों को दिए गए थे। इसके बाद सुपारी की पहली किस्त उज्जैन के महाकाल मंदिर में दी जानी थी। फिर दूसरी किस्त का भुगतान वैष्णो देवी में होना था। हत्याकांड के बाद इंस्टाग्राम पर ही संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया।
शिवा ने बताया कि तीनों शूटरों को नेपाल में बांके जिला के शमशेरगंज में लंबे समय तक छिपने का इंतजाम किया गया था। यह एक सुरक्षित ठिकाना है। ये रुपईडिहा इंडो नेपाल बॉर्डर से करीब 20 किलोमीटर दूर ही स्थित है।इसके अलावा पूछताछ में शिवा ने बताया कि उसने ऑस्ट्रेलिया मेड ग्लॉक पिस्ट से 6 गोलियां बाबा सिद्दीकी को मारी थीं, जिसमें से 3 गोलियां उसे लगी थीं। बाकी टार्गेट मिस कर गई थीं। यही नहीं घटना को अंजाम देने के बाद वह कपड़े बदलकर वापस मौका-ए-वारदात पर आया था।