उदय दिनमान डेस्कः अखंड सौभाग्य की कामना का पर्व करवा चौथ आज है। इस बार करवा चौथ में चांद का पूजन विशेष फलदायी है। चंद्रमा का पूजन स्त्रियों के लिए पति और बच्चों के लिए शुभकारी होगा। चंद्रोदय के साथ ही व्रत का पारण किया जाता है।
सुहागिनों को शाम शाम 5:24 बजे से 6:41 बजे तक पूजन करना चाहिए। राज 8:05 बजे चंद्रोदय होगा। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर रात 9:30 हो रही है। एक नवंबर को रात 9:19 बजे तक चतुर्थी का मान रहेगा।
करवा चौथ के दिन सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग का संयोग बन रहा है। आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6:33 बजे से दो नवंबर को सुबह 4:36 बजे तक रहेगा। एक नवंबर को दोपहर 2:07 बजे से शिवयोग शुरू हो जाएगा। इन दोनों शुभ संयोग की वजह से इस साल करवा चौथ का महत्व और बढ़ गया है। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। पति और संतान दोनों के लिए यह फलदाई है।
मान्यता है कि करवे की टोटी से ठंडी निकलती है औश्र इस दिन से ठंडक शुरू हो जाती है। करवाचौथ ने बाजार में लगाया चार चांद करवाचौथ से एक दिन पहले बाजार में खरीदारों की जबरदस्त भीड़ रही। गृहणियों ने करवाचौथ के लिए पूजन सामग्री खरीदी तो वहीं पुरुषों ने इस करवाचौथ को खास बनाने के लिए अपनी पत्नियों के लिए उनकी पसंद के कीमती उपहार खरीदे।
किसी ने सोने का चोकर सेट तो किसी ने रानी हार खरीदा। अंगूठी, डायमंड के हार भी विशेष उपहार रहे। डिजाइनर करवों के साथ ही बाजार में रौनक देखते ही बन रही है। सिद्धार्थ जैन ने बताया कि हल्के और भारी करवों की रेंज मौजूद है।
करवाचौथ से एक दिन पहले बाजार में खरीदारों की जबरदस्त भीड़ रही। गृहणियों ने करवाचौथ के लिए पूजन सामग्री खरीदी तो वहीं पुरुषों ने इस करवाचौथ को खास बनाने के लिए अपनी पत्नियों के लिए उनकी पसंद के कीमती उपहार खरीदे। किसी ने सोने का चोकर सेट तो किसी ने रानी हार खरीदा।
अंगूठी, हीरे हार के भी विशेष उपहार दिए डिजाइनर करवों के साथ ही बाजार में रौनक देखते ही बन रही है। सिद्धार्थ जैन ने बताया कि हल्के और भारी करवों की खरदारी हुई। मिट्टी के करवों के साथ ही चूरा, गट्टा, लइया, रेवड़ी और धान के लावे की खरीदारी हुई। बाजारों में महिलाओं ने मेंहदी लगवाई।