नई दिल्लीः बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘दाना’ काफी तेज रफ्तार से तट की तरफ बढ़ रहा है. वैसे तो पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में 25 अक्टूबर को इस तूफान के टकराने की आशंका है, लेकिन इन दोनों राज्यों की टेंशन अभी से बढ़ गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी का अनुमान है कि 24 अक्टूबर की रात ओडिशा के पुरी और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच यह तूफान टकरा सकता है.
IMD की तरफ से जारी अलर्ट के मुताबिक, इस चक्रवात की वजह से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलेंगी, जिससे तटीय इलाकों में भारी नुकसान हो सकता है. आईएमडी के इस अलर्ट को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं. वहीं 23 से 26 अक्टूबर के बीच कुल 197 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.
उधर कोलकाता एयरपोर्ट पर भी अधिकारियों ने इस चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा में पुरी की यात्रा पर गए अपने राज्य के पर्यटकों को जल्द से जल्द घर लौटने की सलाह दी है.
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार को एक डिपरेशन में तब्दील हो गया. यह सिस्टम पूर्वी तट की तरफ बढ़ रहा है और इसके एक बड़े चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. आईएमडी ने कहा कि बताया यह अवसाद 23 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान और 25 अक्टूबर तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है.
इतिहास में कई बड़े तूफानों की मार झेल चुका ओडिशा इस दाना चक्रवात से निपटने के लिए खास तैयारी में जुट गया है. इस तूफान के मद्देनजर भुवनेश्वर में दमकल विभाग ने मंगलवार को मॉक फायर ड्रिल किया. चक्रवात दाना से ओडिशा के 14 जिलों के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है. इन सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य के लिए दमकल की गाड़ियां भेजी जाएंगी.
राज्य सरकार ने 250 राहत केंद्र और 500 अस्थायी आश्रय स्थल चिह्नित किए हैं. इसने राज्य सशस्त्र बलों के 30 प्लाटून के साथ विभिन्न जिलों में ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRAF) के 1,000 कर्मियों को तैनात किया है.चक्रवात की स्थिति की नजर रखने के लिए राज्य ने छह जिलों- भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, बालेश्वर और मयूरभंज में छह टॉप अफसरों को भी तैनात किया है. ये अधिकारी इन संबंधित जिलों के कलेक्टर हैं.इन तूफान को देखते हुए 23 से 26 अक्टूबर के बीच कुल 197 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. रद्द की गई ट्रेनों में 94 ओडिशा से होते हुए दक्षिण की ओर (अप लाइन) जाने वाली हैं, जबकि 103 ओडिशा के रास्ते पूर्व (डाउन लाइन) की ओर जा रही थीं.
12552 कामाख्या–एसएमवीबी बेंगलुरु एक्सप्रेस
22644 पटना-एर्नाकुलम एक्सप्रेस
03101 कोलकाता–पुरी एक्सप्रेस स्पेशल
03102 पुरी–कोलकाता एक्सप्रेस स्पेशल
22504 डिब्रूगढ़-कन्याकुमारी एक्सप्रेस
22503 कन्याकुमारी–डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस
12509 एसएमवीबी बेंगलुरु–गुवाहाटी एक्सप्रेस
03429 सिकंदराबाद–मालदा टाउन एक्सप्रेस स्पेशल
03430 मालदा टाउन–सिकंदराबाद एक्सप्रेस स्पेशल
18419 पुरी-जयनगर एक्सप्रेस
22202 पुरी–सियालदह दुरंतो एक्सप्रेस
22201 सियालदह – पुरी दुरंतो एक्सप्रेस
03230 पटना–पुरी एक्सप्रेस स्पेशल
12514 सिलचर–सिकंदराबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस
15227 एसएमवीबी बेंगलुरु–मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस
13418 मालदा टाउन – दीघा एक्सप्रेस
13417 दीघा – मालदा टाउन एक्सप्रेस
22330 आसनसोल – हल्दिया एक्सप्रेस
22329 हल्दिया–आसनसोल एक्सप्रेस
ओडिशा सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया, ‘गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, अंगुल, नयागढ़, कटक और खुर्दा जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी/पेशेवर संस्थान, पॉलिटेक्निक और आईटीआई तीन दिन (23 से 25 अक्टूबर) के लिए बंद रहेंगे.’ इन 14 जिलों में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं.
चक्रवात दाना के मद्देनजर कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारी भी तैयारी में जुट गए हैं. कोलकाता के दमदम इलाके में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. प्रवत रंजन बेउरिया ने कहा, ‘फिलहाल, हवाई अड्डे के अधिकारी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं. तूफान के चलते भारी बारिश की आशंका है, जिससे एयरपोर्ट परिसर और उसके आसपास जलभराव हो सकता है. हम स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’