तेल अवीव: इजरायल ने गाजा पट्टी में एक बार फिर बमबारी शुरू कर दी है। सोमवार रात और मंगलवार सुबह गाजा में कई धमाके सुने गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 44 लोग मारे गए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, 19 जनवरी को युद्धविराम के बाद से ये इजरायल के गाजा में सबसे बड़े हमले हैं।
ये हमले तब हुए हैं, जब दोनों पक्षों में युद्धविराम आगे बढ़ाने पर बातचीत अटकी हुई है। इजरायल और हमास के बीच 19 जनवरी को हुए तीन चरणों वाले युद्धविराम को बनाए रखने के तरीके पर असहमति है। अमेरिका और अरब मध्यस्थ पिछले दो हफ्तों में हुई बातचीत में दोनों पक्षों को युद्धविराम के लिए मनाने में नाकाम रहे हैं।
इजरायली आर्मी का कहना है कि उसने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले किए हैं। इजरायली सेना ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहे हैं। दूसरी ओर स्थानीय डॉक्टरों ने बताया है कि आम लोग, बच्चे और महिलाएं इन हमलों का निशाना बने हैं। डॉक्टरों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह में तीन घरों, गाजा शहर में एक इमारत और खान यूनिस और राफा में ठिकानों पर बम गिराए गए।
हमास और इजरायल के बीच इस साल 19 जनवरी को युद्धविराम समझौता हुआ था। इस दौरान फैसला लिया गया था कि दोनों तरफ से लड़ाई बंद हो जाएगी। अब इस समझौते को आगे बढ़ाने लेकर दोनों में मतभेद हैं। इस बीच हिंसा फिर से शुरू हो गई है। इजराइल ने हमास के खिलाफ सैन्य बल बढ़ाने की भी बात कही है।
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि सेना को गाजा में हमास पर हमला करने का निर्देश दिया गया है। बयान में कहा गया कि हमास की ओर से बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और मध्यस्थों के प्रस्तावों को अस्वीकार करने के कारण ऐसा किया गया है।
इजरायल और हमास में अक्टूबर, 2023 से लड़ाई चल रही है। 17 महीने से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए जनवरी में संघर्ष विराम हुआ। इस समझौते में इजरायल ने 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा और बदले में हमास ने दर्जनों इजरायली बंधकों को रिहा किया। इससे क्षेत्र में अमन की उम्मीद बंधी लेकिन अब ये फिर टूट रही है।