यरुशलम। इजरायली सेना रफाह से फलस्तीनी शरणार्थियों को बाहर निकालने के लिए आगे बढ़ रही है। इसके बाद वह वहां छिपे हमास के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। यह जानकारी इजरायली सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। इजरायली सरकार के प्रवक्ता ने भी कहा कि रफाह में जमीनी कार्रवाई के लिए सेना आगे बढ़ रही है। लेकिन वहां पर कार्रवाई का दिन और समय बताने से इनकार दिया है।
रफाह में करीब 14 लाख बेघर फलस्तीनियों ने शरण ले रखी है और वहां पर सैन्य कार्रवाई में भारी खूनखराबे की आशंका जताते हुए सहयोगी देशों ने इजरायल को आगाह किया है। अमेरिका भी रफाह में कार्रवाई के खिलाफ था। लेकिन ईरान के हमले का कड़ा जवाब देने से इजरायल को रोककर उसने रफाह कूच को मौन स्वीकृति दे दी है।
इजरायली सेना के अधिकारी ने बताया है कि फलस्तीनी शरणार्थियों को रफाह से स्थानांतरित कर अन्यत्र रखा जाएगा। इसके लिए इजरायल सरकार ने 40 हजार टेंट खरीद रखे हैं। प्रत्येक टेंट में 10-12 लोग रह सकते हैं। इन शरणार्थियों को करीब पांच किलोमीटर दूर खान यूनिस शहर के बाहरी हिस्से में बसाने की योजना है। टेंटों के बन रहे इस अस्थायी शहर की सेटेलाइट तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर दिखाई दे रही हैं।
सेना ने कहा है कि पहले शरणार्थियों को रफाह से निकाला जाएगा। इसके बाद सरकार की अनुमति लेकर वहां छिपे हमास के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आशंका है कि इसी दौरान आतंकी शरणार्थियों को ढाल बनाकर इजरायली सेना पर हमला कर सकते हैं जिससे भीषण खूनखराबा हो सकता है।
इस बीच, गाजा पट्टी के अन्य हिस्सों में इजरायली हमले जारी हैं। इन हमलों में बुधवार को मारे गए लोगों की संख्या को मिलाकर इजरायली हमलों में अभी तक कुल 34,262 लोग मारे जा चुके हैं।