दमिश्क: सीरिया में असद शासन के पतन के बाद इजरायल ने बड़ा एक्शन शुरू कर दिया है। इजरायल ने पूरे सीरिया में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला किया है। 50 वर्षों में पहली बार असैन्यीकृत बफर जोन में और उसके बाहर जमीनी सैनिकों को तैनात किया है। इजरायली सेना ने मंगलवार को बताया कि पिछले दो दिनों में उसने सीरिया में लगभग 480 हमले किए हैं। इससे सीरिया के रणनीतिक हथियार भंडार को नुकसान पहुंचा है। जबकि रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि इजरायली नौसेना ने लटाकिया में सीरियाई नौसेना बेड़ों को नष्ट कर दिया, जो एक बड़ी सफलता है।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ठीक एक दिन पहले बशर अल-असद के शासन के पतन को एक नया और नाटकीय अध्याय बताया था। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘सीरियाई शासन का पतन उन गंभीर प्रहारों का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिनसे हमने हमास, हिजबुल्लाह और ईरान पर हमला किया है। जैसे मैंने वादा किया था हम मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल रहे हैं।’ इजरायली अधिकारियों ने ईरान के कट्टर सहयोगी असद के पतन पर खुशी जताई है। सीरिया लेबनान में हिजबुल्लाह को हथियारों की आपूर्ति के लिए रास्ता देता था।
इजरायली अधिकारी सीरिया की सत्ता में आने वाले कट्टरपंथियों को लेकर चिंतित हैं। इजरायली विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि इजरायल सीरिया में मिसाइल और केमिकल हथियारों की फैक्ट्री पर हमला कर रहा है, ताकि यह गलत हाथों में न पड़ जाए। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि भविष्य में क्या होगा इसे लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन इजरायल की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाना अभी महत्वपूर्ण है।
Syria Civil War: सीरिया पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला, इजरायल आसमान से बरसाई मौत!
इजरायल की ओर से 480 हमलों में से लगभग 350 फाइटर जेट से किए गए। मिसाइलों , ड्रोन, लड़ाकू जेट, टैंक और हथियार उत्पादन स्थलों को निशाना बनाकर ये हमले किए गए। इजरायली सेना ने कहा कि बाकी हमले जमीनी अभियान के समर्थन में थे, जिनमें हथियार डिपो, सैन्य संरचनाओं, लॉन्चरों और फायरिंग पोजीशन को निशाना बनाया गया। IDF ने कहा कि उसके जहाजों ने सीरिया की दो नौसैनिक फैसिलिटी पर हमला किया, जहां 15 जहाज खड़े थे। बयान में कहा गया कि दर्जनों समुद्री मिसाइल तबाह हो गईं। हालांकि कई देश इजरायल पर जमीन हथियाने का आरोप लगा रहे हैं।