इजरायल:इजरायल बार-बार आरोप लगाता रहता है कि ईरान आतंकी संगठन हिजबुल्लाह और हमास को मिसाइलें दे रहा है, जिससे वह लगातार हमले कर रहा है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इसे लेकर ईरान को धमकी भी दे चुके हैं. साफ कहा कि इसका अंजाम भुगतना होगा. लेकिन अब यूक्रेन ने भी ईरान पर कुछ ऐसा ही आरोप जड़ दिया है.
यूक्रेन के एक सीनियर सैन्य अफसर ने कहा कि ईरान लगातार रूस को मिसाइलें मुहैया करा रहा है, जिससे रूस हमारे ऊपर अटैक कर रहा है. उन्होंने अमेरिकी और यूरोपीय देशों से कहा कि हमें रूस के उन ठिकानों को ध्वस्त करने की अनुमति दें, जहां ईरानी मिसाइलों के गोदाम हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या चीन नहीं, ईरान ही वो मुल्क है, जो रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास जंग में मिसाइलें भेज रहा है.
यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया कि ईरान ने रूस को सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें भेजी हैं. खुफिया सूत्रों का दावा है कि इसी हफ्ते रूस के कैस्पियन सागर बंदरगाह पर 200 से अधिक फथ-360 (Fath-360) शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइलें उतारी गई हैं. सतह से सतह तक मार करने वाली इन मिसाइलों की रेंज 120 किलोमीटर तक है. इनसे रूस यूक्रेन के खारकीव और सुमी जैसे शहरों को निशाना बना सकता है. इसी बात को लेकर यूक्रेन डरा हुआ है.
अब तक रूस लंबी दूरी की हाइपरसोनिक किंजल मिसाइलों से अटैक करता रहा है. इसे पुतिन का ब्रम्हास्त्र माना जाता है. ध्वनि की गति से 10 गुना तेज रफ्तार, किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को आसानी से मात दे सकने में सक्षम ये मिसाइल हथियारों के जखीरे को तबाह कर देती है. इसका विस्फोट इतना भयानक होता है कि बचने का कोई मौका नहीं मिलता. सिर्फ अमेरिका में बना पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम ही उन्हें मार गिराने में सक्षम है.
लेकिन अगर ईरान की शार्ट रेंज मिसाइलें रूस तक पहुंच गई हैं, तो उसे इसकी जरूरत नहीं होगी. इन मिसाइलों के जरिये वो यूक्रेन के किसी भी शहर को आसानी से निशाना बना सकता है. किंंजल मिसाइलों का उपयोग दूर के शहरों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है.
अगर ईरान रूस को मिसाइलें दे रहा है, तो ये इजरायल के लिए राहत भरी खबर है. क्योंकि इससे ईरान को इजरायल पर अटैक का मंसूबा टालना पड़ सकता है. इजरायल जैसे मुल्क से निपटने के लिए उसे बहुत तैयारी की जरूरत होगी, और अगर उसके पास हथियार ही नहीं बचेंगे, तो वह मुकाबला कैसे करेगा. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ईरान अपनी मिसाइलें रूस को भेज रहा है, तो साफ है कि उसने इजरायल पर हमला करने का इरादा फिलहाल के लिए छोड़ दिया है.