नई दिल्लीः अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (20 जनवरी, 2025) को शपथ ले ली है. शपथ ग्रहण के समारोह के दौरान विभिन्न देशों के प्रतिनिधि पहुंचे हैं. वहीं भारत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चिट्ठी भी लिखी है, जिसे लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे हैं.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जहां अन्य देशों के प्रतिनिधि खड़े थे, उस पंक्ति में विदेश मंत्री जयशंकर इक्वाडोर के राष्ट्रपति डेनियल नोबोआ के साथ आगे की पंक्ति में बैठे नजर आए. इससे ये भारत की ताकत विश्व में साफ नजर आ रही है.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर इक्वाडोर के राष्ट्रपति डेनियल नोबोआ के साथ आगे की पंक्ति में बैठे हैं, जो आधिकारिक प्रोटोकॉल है. इस फोटो में साफ देखा जा सकता है कि जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया दो पीछे बैठे नजर आए.
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई. मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूं. आगामी सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले स्पीच के दौरान चीन पर सीधा सीधा निशाना साधते हुए कहा कि चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है. उन्होंने कहा,”अमेरिकी जहाजों पर बहुत अधिक भार डाला जा रहा है और किसी भी तरह से आकार या रूप में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है और इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना भी शामिल है और सबसे बढ़कर, चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है और हमने इसे चीन को नहीं दिया. हमने इसे पनामा को दिया और हम इसे वापस ले रहे हैं.”
चीन पर अमेरिका के रुख को लेकर एशिया-प्रशांत इलाके में भारत के लिए नए रास्ते खुलने की संभावना है. अमेरिका की नई सरकार भारत के लिए कई अहम नीतियां भी लागू कर सकती हैं. भारत और अमेरिका व्यापार को लेकर भी भविष्य में कई अहम फैसले ले सकते हैं.