धारचूला। चीन सीमा से लगे धारचूला के उच्च हिमालय में मौसम मंगलवार को बर्फीले तूफान में बदल गया। इस तूफान से बर्फ घरों और सुरक्षा चौकियों में जमा हो गई है। तूफान के चलते उच्च हिमालय के लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
चाइना गेट के पास ग्लेशियर से हिमखंड टूटने से चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मोटर मार्ग बंद हो गया है। इससे यातायात ठप है। गुंजी में बीते सोमवार की दोपहर से हिमपात हो रहा है। मंगलवार सुबह तक गांव में डेढ़ फीट बर्फ जमा हो चुकी है। पूर्वाह्न 11 बजे से गांव में बर्फीला तूफान चल रहा है।
क्षेत्र के केएस गुंज्याल ने बताया कि करीब 50 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रहे तूफान से बर्फ उड़कर लोगों के घरों के भीतर तक पहुंच रही है। मकान और सुरक्षा चौकियों में बर्फ जमा हो गई है। खेत बर्फ से ढक गए हैं। गुंजी गांव से चार किलोमीटर पहले चाइना गेट के पास ग्लेशियर से हिमखंड टूटकर गिरने से तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद हो गया।
गुंजी जा रहे दर्जनों वाहन इस मार्ग में फंसे हैं। कुछ वाहन चाइना गेट से धारचूला की ओर वापस लौट गए। मौसम में आए बदलाव से लोग दहशत में हैं। सीमा सड़क संगठन सड़क खोलने के लिए मौसम साफ होने का इंतजार कर रहा है। मंगलवार शाम तक गुंजी में हिमपात जारी रहा।
उत्तराखंड में दो दिन से आसमान में छाये घने बादल मंगलवार को छंटने लगे। मैदानी क्षेत्रों में दिन में चटख धूप खिली, हालांकि दोपहर बाद कहीं-कहीं बादल फिर मंडराने लगे। वहीं, चोटियों पर दो दिन हुई भारी बर्फबारी से पहाड़ियां लकदक हो गईं। जिससे सुबह-शाम कड़ाके की ठंड महसूस की गई। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में अगले दो दिन मौसम के करवट बदले रहने के आसार हैं। चोटियों पर हिमपात का क्रम जारी रह सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदला रह सकता है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर व पिथौरागढ़ में चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। जबकि, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, हरिद्वार में कहीं-कहीं ओलावृष्टि के आसार हैं। कहीं-कहीं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं।