नैनीताल। सूर्य की सतह पर जबरदस्त विस्फोट के साथ एक्स 7.1 श्रेणी की ज्वाला भड़की है। मंगलवार को नासा की सोलर डायनेमिक्स आब्जर्वेटरी ने इस भीषण सौर ज्वाला की तस्वीर कैमरे में कैद की है। सूर्य की सतह पर छाए सन स्पाट ग्रुप आने वाले दिनों में बड़े विस्फोट के संकेत दे रहे हैं। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के पूर्व कार्यवाहक निदेशक व सौर विज्ञानी डा. वहाबउद्दीन सूर्य की गतिविधि पर निरंतर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर को उठी ज्वाला बेहद तीव्रता वाली थी।
इन दिनों बड़े जटिल सन स्पाट समूहों के साथ सौर गतिविधि प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जो बड़ी ज्वाला उत्पन्न करने के लिए पर्याप्त चुंबकीय ऊर्जा संग्रहीत करने में सक्षम नजर आ रही हैं।एक नया बड़ा सन स्पाट समूह सूर्य के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में उभर रहा है, जो बेहद जटिल होने के साथ बड़ी ज्वालाएं पैदा करने की क्षमता रखता है। डा. वहाबउद्दीन के अनुसार सौर ज्वालाएं ऊर्जा का शक्तिशाली विस्फोट हैं।
आग की लपटें और सौर विस्फोट रेडियो संचार, इलेक्ट्रिक पावर ग्रिड, नेविगेशन सिग्नल को प्रभावित कर सकते हैं और अंतरिक्ष यान व अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।सौर ज्वालाएं तीन प्रकार की होती हैं। एक्स क्लास की सबसे शक्तिशाली मानी जाती हैं। जबकि एम क्लास की ज्वालाएं मध्यम होती हैं। सी क्लास की सबसे कम शक्तिशाली होती हैं।
प्रत्येक सौर ज्वाला को एक से 10 वर्ग में विभाजित किया गया है। इससे इनकी तीव्रता का आंकलन किया जाता है। जैसे एक्स 2 क्लास की ज्वाला एक्स 1 से दोगुनी शक्तिशाली होती है। इसी तरह एक्स 3 एक्स 1 से तीन गुनी ताकतवर होती है।