बीजिंग: चीन में सोमवार देर रात आए भूकंप में अब तक 116 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं, 400 से ज्यादा घायल हुए हैं। 6.1 तीव्रता का यह भूकंप गांसू और किंघई प्रांत में सोमवार देर रात आया। भूकंप का केंद्र गांसु के लिंक्सिया हुई में साला काउंटी में जमीन के 10 किलोमीटर नीचे रहा। प्रांत में ऊंची-ऊंची इमारतों के लिए कितना घातक साबित हुआ,
इसका नजारा चीन से आई तस्वीरों और वीडियो में साफ देखा जा सकता है। चीन की आपात सेवाओं को भूकंप के ठीक बाद मलबे में तब्दील हुई कई इमारतों से लोगों को सही-सलामत निकालने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी सरकार और प्रशासन के सभी अंगों से ऑल आउट ऑपरेशन चलाने को कहा है।
चीन की स्थानीय मीडिया की तरफ से गांसू प्रांत में आए इस भूकंप के वीडियो और इसके असर से जुड़ी तस्वीरें साझा की गई हैं। इसके अलावा कुछ लोगों ने भी भयावह मंजर को बयां किया है। इनमें से एक वीडियो जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ है, उसमें ऊंची इमारत में बने एक कमरे को बुरी तरह कांपते देखा जा सकता है। इस दौरान कमरे से सामान और प्लास्टर को टूटकर नीचे गिरते भी देखा गया।
चीन से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उनमें कई ऊंची इमारतों को मलबे में तब्दील होते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान लोग अपने घरों से निकलकर सुरक्षित जगह की तलाश में इधर-उधर भागते भी दिखे। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कई गांवों में इस भूकंप के बाद बिजली और पानी की सप्लाई कट गई। इसके साथ ही आपात सेवाओं के कई वाहनों को लोगों की मदद के लिए प्रभावित क्षेत्रों में भागते देखा जा सकता है।
एक सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, गांसु की राजधानी लान्झू में भूकंप के झटके महसूस होते ही विश्वविद्यालय के छात्र अपने छात्रावासों से बाहर निकल आए। वहां हंगामा हो रहा था। चीनी मीडिया ने बताया कि रेस्क्यू दल मौके पर पहुंच गया है। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
टेंट, फोल्डिंग बेड और रजाइयां मौके पर पहुंचाई जा रही है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ उन्होंने मृतकों की संख्या कम करने के लिए उपाय करने के भी निर्देश दिए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है, जहां उनका इलाज जारी है।